नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से रिहा
शिवालिक पत्रिका, चंडीगढ़, पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला की सेंट्रल जेल से रिहा हो गए हैं। 59 वर्षीय कांग्रेस नेता 1988 के रोड रेज के मामले में एक साल की सजा काट रहे थे। इस घटना में 65 साल के एक बुजुर्ग व्यक्ति गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी। कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को कहा कि वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे। उन्होंने जेल के सामने मौजूद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पंजाब सरकार को गिराने का षडयंत्र है तथा अल्पसंख्यकों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, पंजाब देश की ढाल है, उसे तोड़ने की कोशिश की जा रही है। रोड रेज मामले में करीब एक साल की सजा पूरी कर निकले पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि पंजाब को कमजोर करने वाले खुद कमजोर हो जायेंगे। उन्होंने स्वयं को कांग्रेस का निष्ठावान कार्यकर्ता बताते हुए कांग्रेस के सामने पेश चुनौतियों का संकेत देते हुए कहा कि ‘कार्यकर्ता कोई बर्फ नहीं है, जो पिघल जाए। इससे पहले सिद्धू ने ट्विटर पर कहा था, मैं दोपहर के वक्त पटियाला जेल के बाहर मीडिया से बात करूंगा। उन्हाेंने जेल के बाहर पत्रकारों से कहा कि इस समय लोकतंत्र जैसी कोई चीज नहीं बची है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने का षडयंत्र है, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, यदि आप पंजाब को कमजोर करने की कोशिश करेंगे तो खुद ही कमजोर हो जायेंगे। सिद्धू का जेल के सामने उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। वह पुलिस के सुरक्षा घेरे में थे। उन्होंने कहा कि वह जो कुछ कर रहे हैं, वह पंजाब की अगली पीढ़ी के लिए कर रहे हैं। वह घबराते नहीं हैं और न ही उन्हें मौत से भय है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी कैंसर से पीड़ित हैं फिर भी उन्होंने जेल से छुट्टी नहीं ली। उनके लिए राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि देश से तमाम विविधताओं से भरा एक परिवार है। वह इस संकट के समय हर कांग्रेस कार्यकर्ता और सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे।