थायरॉइड को करें कंट्रोल, भोजन में शामिल करें ये सुपरफूड्स
1 min readसुपरफूड” शब्द खाद्य पदार्थों के संदर्भ में एक बिल्कुल नया शब्द है जो न्यूनतम कैलोरी और अधिकतम पोषक तत्व प्रदान करते हैं। न्यूनतम कैलोरी होने के कारण सुपरफूड वजन नहीं बढ़ाते हैं और अधिकतम पोषक तत्व होने से ये आपको स्वस्थ रखते हैं। सुपरफूड विटामिन, खनिज, फाइटोकेमिकल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं और साथ ही हमारी आयु को बढ़ाते हैं।
आजकल दुनिया में थायराइड के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ये बीमारी शरीर का वजन बढ़ने और हार्मोंस में गड़बड़ी होने की वजह से होती है। ऐसे में थायराइड के लक्षणों से बचने के लिए आप इन सुपरफूड्स का सेवन कर सकते हैं। थायराइड की समस्या गर्दन के अंदर से पता चलती है। इसमें गले के अंदर कॉलरबोन में तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है। इसे एक तरह से एंडोक्राइन ग्रंथि भी कहा जाता है। एंडोक्राइन ग्रंथि से हार्मोन्स बनते हैं।
थायराइड की दिक्कत महिलाओं में सबसे ज्यादा पाई जाती है। थायरॉइड की बीमारी दो तरह की होती है- हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइड। अक्सर लोगों को थायराइड हो जाती है और उनको पता भी नहीं चल पाता है। आइए जानते हैं थायराइड से बचने के उपाय और उसके शुरुआती लक्षण।
थायराइड के लक्षण
थायराइड में आपके हाथ पैरों का कांपना, बहुत ज्यादा पसीना आना, घबराहट और चिड़चिड़ापन, बालों का झड़ना और पतला होना, मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी रहना, दिल की धड़कनें तेज होना, नींद में कमी आना, भूख ज्यादा लगना, वजन कम होना और महिलाओं के पीरियड्स में अनियमितता आदि जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
थायरॉइड में खाएं ऐसे सुपरफूड
अश्वगंधा
रात को सोते समय एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ लें। इसकी पत्तियों या जड़ को भी पानी में उबालकर पी सकते हैं, अश्वगंधा हार्मोन्स के असंतुलन को दूर करता है।
आंवला
आंवला में विटामिन सी की मात्रा अधिक पाई जाती है। यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसे खाने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है। इसको खाने से बालों का झड़ना, कमजोर होना, आदि समस्याएं खत्म हो जाती हैं और बाल काले व घने होते हैं। आंवले को खाने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है।
नारियल
थायरॉइड के मरीजों को नारियल का इस्तेमाल करना चाहिए। आप कच्चे नारियल और नारियल के तेल इन दोनों का उपयोग कर सकतीं हैं। थायरॉइड में नारियल बहुत फायदा करता है। नारियल से मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स
थायराइड की बीमारी में दही, दूध, पनीर आदि के साथ दूसरे डेयरी प्रोडक्ट्स का उपयोग करना चाहिए। इन चीजों में कैल्शियम, विटामिन, मिनरल्स तथा दूसरे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
मुलेठी
मुलेठी में कई सारे पोषक तत्व एक साथ पाए जाते हैं। मुलेठी थायराइड ग्रंथि को संतुलित करने में सहायता करती है। इससे थकान, कमजोरी आदि जैसी समस्याएं नहीं होती है।
सोया
थायराइड के मरीज के लिए सोयाबीन बहुत फायदेमंद होती है। थायराइड की बीमारी में सोयाबीन से बनी चीजें खानी चाहिए। आप खाने में सोयाबीन, टोफू और सोया मिल्क आदि चीजें बना सकते हैं। इन चीजों से हार्मोन बैलेंस रहते हैं। लेकिन सोयाबीन के साथ-साथ आयोडीन की मात्रा को भी नियंत्रित रखना चाहिए।
आयोडीन
थायराइड में बॉडी का 80 फीसदी आयोडीन पाया जाता है। ऐसे में जब शरीर में आयोडीन की कमी हो जाती है तब थायराइड ग्रंथि में सूजन आ जाती है। – आयोडीन की कमी बच्चों से लेकर बड़ों तक को हो सकती है। ऐसे में जब शरीर में आयोडीन की कमी हो जाती है, तब थायराइड हार्मोन का निर्माण कम हो जाता है।
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थायरॉइड में खानपान
थायरॉइड रोग में कम वसा वाले आहार का सेवन करें। ज्यादा से ज्यादा फलों एवं सब्जियों को भोजन में शामिल करें। विशेषकर हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें, इनमें उचित मात्रा में आयरन होता है जो थायरॉइड के रोगियों के लिए फायदेमंद है। पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें, मिनरल्स और विटामिन से युक्त भोजन लेने से थायरॉइड नियंत्रण में मदद मिलती है। सूखे मेवे जैसे बादाम, काजू और सूरजमुखी के बीजों का अधिक सेवन करें, इनमें कॉपर की पर्याप्त मात्रा होती है जो कि थायरॉइड में फायदेमंद होता है।
विटामिन-ए का अधिक सेवन करना चाहिए जैसे गाजर आदि। जंक फूड एवं प्रिजरवेटिव युक्त आहार को न खाएं।
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जीवनशैली
नियमित रूप से प्राणायाम एवं ध्यान करें। तनाव मुक्त जीवन जीने की कोशिश करें। योगासन करें।
धूम्रपान, एल्कोहल आदि नशीले पदार्थों से बचें। साबुत अनाज का सेवन करें इसमें फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स भरपूर मात्रा में होते हैं। गेहूँ और ज्वार का सेवन करें।