विद्यार्थी ही कल के भारत का भविष्य है: राज्यपाल
1 min readशिवालिक पत्रिका, ग्रामीण क्षेत्र के इन स्कूलों में आरोही माडल सीनियर सकैंडरी स्कूल, घसो खुर्द, उचाना, जींद, आरोही माडल सीनियर सकैंडरी स्कूल, खेड़ी, लोहचब, नारनौंद, आरोही माडल सीनियर सकैंडरी स्कूल, सौंगरी, गुल्याणा के अध्यापकगण एवं छात्राएं शामिल थे। इस मुलाकात के दौरान आरोही माडल सीनियर सकैंडरी स्कूल, सौंगरी, गुल्याणा की 11वीं कक्षा की छात्रा काजल ने राज्यपाल को उनका पोट्रेट भेंट किया।
इस अवसर पर दत्तात्रेय ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करें और उस पर लग्न से जुट जाएं, उन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होगी। बच्चे अपनी इच्छा अनुसार डाक्टर, अध्यापक, आईएएस, आईपीएस और अन्य पदों के लिए लक्ष्य चुन सकते हैं और मेहनत से सब कुछ हासिल हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे ये विद्यार्थी ही कल के भारत का भविष्य है।
उन्होंने अध्यापकों का आहवान करते हुए कहा कि विद्यार्थियों में लग्न की कोई कमी नहीं है। आपको उन्हें अच्छी तरह से तैयार करना है। उन्होंने अध्यापकों को कहा कि वे अपने को वैश्विक स्तर पर तेजी से बदलती हुई दुनिया के अनुसार अपडेट रखें। हमारे शिक्षा कार्यक्रमों में अध्यापकों का समय-समय पर आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण अत्यंत जरूरी है। तब ही वे बच्चों को भी समकालीन जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षित कर सकेगें। दत्तात्रेय ने कहा कि ग्रामीण आंचल में स्थापित इन विद्यालयों की इन बालिकाओं में प्रतिभा की कोई कमी नही है।