शिक्षा जीवन का सबसे बड़ा मूलमंत्र : चंद्र कुमार
1 min readकृषि मंत्री ने नवाज़े ज्वाली स्कूल के 150 होनहार।
शिवालिक पत्रिका, ज्वाली कृषि व पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि शिक्षा ही जीवन का सबसे बड़ा मूलमंत्र है । शिक्षित परिवार का समाज तथा देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान रहता है। कृषि मंत्री आज मंगलवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ज्वाली के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में बच्चों की संख्या को बढ़ाने के लिए शिक्षा के ढांचे को और मजबूत बनाने की दिशा में विशेष प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी शिक्षण संस्थानों में अधिकतर गरीब परिवारों के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं तथा हमें अपनी सोच में आवश्यक बदलाव लाकर ऐसे बच्चों के प्रति विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय सूचना प्रौद्योगिकी का युग है जिस कारण शिक्षा के क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने सभी अध्यापकों से अपने आप को अपडेट करने का आह्वान किया ताकि उसका लाभ अध्ययनरत बच्चों को मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है लेकिन जहां ऐसी प्रतिभाओं को निखारने की जिम्मेदारी है वहीं कमजोर बच्चों के प्रति सोच बदलकर उन्हें भी अन्य बच्चों की तरह आगे लाने के प्रयास करने जरूरी हैं। ऐसे बच्चों के लिए उन्होंने अध्यापकों से अतिरिक्त समय देने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
चंद्र कुमार ने कहा कि विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक की भूमिका अहम होती है। शिक्षक बच्चों को ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ उनके जीवन के विविध क्षेत्रों में सफ़लता की राह दिखाता है । उन्होंने अध्यापकों से पूरी लगन और मेहनत से बच्चों के भविष्य को संवारने का आग्रह किया । उन्होंने सभी स्कूल प्रमुखों से बच्चों की त्रैमासिक स्कूल रिपोर्ट नियमित अभिभावकों को भेजने की व्यवस्था बनाने के भी निर्देश दिए ताकि अभिभावकों को बच्चों की स्कूल गतिविधियों का समय-समय पर ब्यौरा मिलता रहे। उन्होंने अभिभावकों तथा अध्यापकों से भी बच्चों की बेहतरी के लिए आपसी तालमेल बढ़ाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने का निर्णय लिया है जिसमें बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सभी अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों के साथ अन्य सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने बच्चों से कहा कि जीवन मे कोई भी ऊँचा मुकाम हासिल करने के साथ अपने परिवार, समाज तथा शिक्षकों द्वारा सिखाए गए नैतिक मूल्यों का अनुसरण करना सवसे आवश्यक है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे संघर्ष, परिश्रम एवं लग्न को अपना साथी बनाएं। उन्होंने कहा कि युवावस्था में संघर्ष एवं परिश्रम से ही जीवन के उच्च लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक तथा सामाजिक गतिविधियों में भी भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने बच्चों को नशे से बचाने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग की सक्रिय भागीदारी पर बल दिया । उन्होंने पुलवामा हमले में ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के शहीद तिलक राज तथा अन्य शहीदों को उनकी चौथी वरसी पर नमन किया तथा उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा। उन्होंने स्कूल में खेल मैदान बनाने के लिए मुख्यमंत्री खेल प्रोत्साहन योजना के तहत 15 लाख रुपए देने की घोषणा की जबकि स्कूल के लिए अतिरिक्त भवन बनाने के लिए शीघ्र ही धनराशि उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 150 बच्चों तथा अन्य गणमान्य लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्रों तथा स्कूल स्टाफ को बधाई दी और उम्मीद जताई कि इनके प्रयासों तथा प्रदर्शन से जहां अन्य बच्चे भी प्रेरित होंगे वहीं इस विद्यालय के छात्रों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अर्जित उपलब्धियों की प्रथा को भविष्य में भी जारी रखेंगे। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को 11 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। इस मौके पर कृषि मंत्री ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया तथा बच्चों द्वारा प्रस्तुत भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। इससे पहले, स्कूल स्टाफ तथा एसएमसी कमेटी के सदस्यों ने कृषि मंत्री को कामधेनु स्मृति चिन्ह, शाल व टोपी प्रदान कर सम्मानित किया। स्कूल के प्रधानाचार्य हरभजन सिंह सोहल ने मुख्यअतिथि का स्वागत किया और स्कूल की विभिन्न गतिविधियों बारे जानकारी दी।