अमन अरोड़ा द्वारा महाराजा रणजीत सिंह और माई भागो आर्म्ड फोर्सिज़ इंस्टीट्यूटस के कैडेटों के साथ मुलाकात
1 min readशिवालिक पत्रिका,चंडीगढ़, पंजाब के रोज़गार उत्पत्ति, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा ने यहाँ पंजाब भवन में महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सिज़ प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट (ए. एफ. पी. आई.) (लड़के) और माईं भागो ए. एफ. पी. आई. (लड़कियों) के कैडेटों के साथ मुलाकात की। बताने योग्य है कि पंजाब सरकार द्वारा स्थापित इन दो प्रतिष्ठित संस्थाओं का उद्देश्य रक्षा सेवा अकैडमियों के द्वारा हथियारबंद सेनाओं में स्थायी कमीशन प्राप्त करने के लिए पंजाब के चुने हुए नौजवान लड़कों और लड़कियों को प्रशिक्षण देना है। इन प्रतिष्ठित संस्थानों का हिस्सा बनने के लिए कैडेटों को बधाई देते हुये अमन अरोड़ा ने सभी कैडेटों को सुनहरी भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कैडेटों को रक्षा सेवाओं में स्थायी कमीशन की प्राप्ति के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और सख़्त मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। इन कैडेटों पर भरोसा प्रकटाते हुये कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उनके माता-पिता को ही नहीं बल्कि राज्य और देश को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं क्योंकि उन्होंने रक्षा सेवाओं के बहादुरी और अनुशासन वाले क्षेत्र में कॅरियर बनाने का स्वप्न संजोया है। माई भागो आर्म्ड फोर्सिज़ प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट के डायरैक्टर मेजर जनरल जे. एस. संधू ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि मार्च, 2022 से अब तक इस इंस्टीट्यूट की 4 महिला कैडेटों को रक्षा सेवाओं में अफ़सर रैंक मिला है, दो महिला कैडेटों ने ओ. टी. ए./ए. एफ. ए. में ज्वाइन किया है, एक महिला कैडेट ने एन. डी. ए. में ज्वाइन किया है और 25 महिला कैडेट ए. एफ. सी. ए. टी. और सी. डी. एस. लिखती परीक्षाएं पास करने के उपरांत एस. एस. बी. से कॉल लेटरों के इन्तज़ार में हैं। महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सिज़ प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट के डायरैक्टर मेजर जनरल अजय एच चौहान ने अमन अरोड़ा को बताया कि मार्च 2022 से अब तक 18 कैडेटों ने एन. डी. ए. / और इसके बराबर के दर्जे की अकैडमियों में ज्वाइन किया है और 22 कैडेटों ने भारत के रक्षा बलों में अफ़सर रैंक पर ज्वाइन किया है। 14 कैडेटों ने अपनी एस. एस. बी. की परीक्षा पास कर ली है और मेरिट सूची और कॉल लेटरों के इन्तज़ार में हैं। इस मौके पर सचिव रोज़गार उत्पत्ति, कौशल विकास और प्रशिक्षण कुमार राहुल, डायरैक्टर श्रीमती दीप्ति उप्पल और विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।