October 10, 2024

शिक्षा के साथ कौशल विकास से मिलेंगे जीवन में आगे बढ़ने के अवसर : राज्यपाल

1 min read

चण्डीगढ़, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को गुरुग्राम में वाणी एवं श्रवण निःशक्तजन कल्याण केंद्र का दौरा किया। उन्होंने केंद्र में संचालित शिक्षण प्रणाली व स्किल डेवलपमेंट से जुड़े कार्यों का अवलोकन करने के उपरांत केंद्र में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से संवाद किया। राज्यपाल का केंद्र में पहुंचने पर डीसी निशांत कुमार यादव ने स्वागत किया। बंडारू दत्तात्रेय ने अपने संबोधन में वाणी एवं श्रवण निःशक्तजन कल्याण केंद्र में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास पर भी विशेष ध्यान देना होगा ताकि आने वाले समय में सभी बच्चे अपने सम्मानजनक तरीके से अपना लक्ष्य हासिल कर सके। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के माध्यम से शिक्षा, खेल, प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों में आगे बढ़ने के अनेक अवसर मिलेंगे। जिससे आप रोजगार के अवसरों का सृजन करने में सक्षम बनेंगे और अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकेंगे। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में स्थानीय भाषा के साथ-साथ सांकेतिक भाषा को सीखने-सीखाने पर बल दिया गया है। अब भारतीय सांकेतिक भाषा सिर्फ बधिर जनों की भाषा न होकर आमजन की भाषा भी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लाखों बधिर छात्रों के लिए नई उम्मीद जगाई है। उन्होंने भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) को एक भाषा विषय के रूप में मान्यता देकर बधिर लोगों के लिए प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं को हरियाणा में युद्ध स्तर पर लागू किया है। हरियाणा में दिव्यांगजनों को सर्वाधिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। जिसके तहत अंतर्गत 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के 60 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों की पेंशन जनवरी, 2020 से 2000 रुपए से बढ़ाकर 2250 रुपए व अप्रैल, 2021 से बढ़ाकर 2500 रुपए मासिक की गई है। स्कूल न जा सकने वाले 18 वर्ष तक के निशक्त बच्चों को दी जा रही वित्तीय सहायता 1900 रुपए मासिक की गई है। इस दौरान राज्यपाल ने वाणी एवं श्रवण निशक्तजन कल्याण केंद्र में पढने वाले विद्यार्थियों, अभिभावकों, पूर्व छात्रों व सीएसआर पार्टनर से सीधा संवाद भी किया। संस्थान के विद्यार्थियों ने खुलकर अपनी बात से राज्यपाल को अवगत कराया। राज्यपाल ने कहा कि चुनौतियों पर पार पाने के लिए हम सभी को मिलकर सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने विभिन्न मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और सरकार के संज्ञान में लाने का आश्वासन भी किया। कार्यक्रम में पहुंचने पर आयोजकों की ओर से राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। डीसी निशांत कुमार यादव ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि बीते 52 वर्षों से यह संस्थान वाणी एवं श्रवण निशक्तजनों के कल्याण के लिए कार्य कर रहा है। इस संस्थान से निकले विद्यार्थी देश भर में विभिन्न क्षेत्रों में सफल प्रदर्शन कर रहे हैं। कुश्ती, जुडो, क्रिकेट व बैडमिंटन आदि खेलों में भी यहा के विद्यार्थियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी देश का नाम रोशन किया है। कार्यक्रम के दौरान केंद्र के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर डीसीपी वेस्ट दीपक सहारन, गुरुग्राम के एसडीएम रविंद्र यादव, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त विजय यादव, वाणी एवं श्रवण निःशक्तजन कल्याण केंद्र की असिस्टेंट डायरेक्टर डा. सीमा व अभिभावक गण उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *