वर्ल्ड कप जीतने के बाद खिलाड़ियों को मिलने वाले 11 करोड़ के इनाम पर लगा ग्रहण
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मुंबई – टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारतीय टीम की हर तरफ वाहवाही हो रही है। वहीं इस जीत को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी सियासी नोकझोक चल रही है। जिस कारण क्रिकेटरों को मिलने वाले 11 करोड़ के इनाम पर ग्रहण लग गया है।
दरअसल, महाराष्ट्र विधान भवन में टीम इंडिया में शामिल महाराष्ट्र के चार क्रिकेटरों का राज्य सरकार ने सम्मान किया था। इस दौरान विधानभवन में कार्यक्रम के लिए जो पोस्टर लगाए गए थे, उन पर सीएम एकनाथ शिंदे और दोनों डिप्टी सीएम की तो तस्वीर थी, लेकिन एक भी क्रिकेटर को इसमें जगह नहीं दी गई। इस पर विपक्ष ने सवाल किया था। अब क्रिकेटरों को 11 करोड़ इनाम में देने पर भी विपक्ष ने सवालों की बौछार कर दी है।
विपक्षी दल कांग्रेस और शिवसेना का कहना है कि ऐसा करके सरकार अपनी पीठ थपथपाना चाहती है। विपक्षी दलों ने कहा कि उन्हें क्रिकेटरों की उपलब्धि पर गर्व है, लेकिन राज्य के खजाने से 11 करोड़ रुपये देने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से यह राशि अपनी जेब से देने को कहा। भाजपा के विधायक प्रवीण दरेकर ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 11 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की। यह घोषणा विधान भवन में की गई, जहां टीम के मुंबई के चार खिलाड़ियों-कप्तान रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल और शिवम दुबे को सम्मानित किया गया। बाद में, पत्रकारों से बातचीत में राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि राज्य के खजाने से 11 करोड़ रुपये देने की क्या जरूरत थी? यह अपनी पीठ थपथपाने के लिए है…खजाना खाली होने दो…गरीबों को मरने दो, लेकिन सरकार अपनी पीठ थपथपाना चाहती है।
नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि खिलाड़ियों को राज्य के खजाने से 11 करोड़ रुपये देने की जरूरत नहीं थी। हर किसी को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है और उन्हें पर्याप्त पुरस्कार राशि मिलती है। मुख्यमंत्री को अपनी जेब से 11 करोड़ रुपये देने चाहिए थे। वडेट्टीवार कांग्रेस से और दानवे शिवसेना (यूबीटी) से जुड़े हैं।