पंजाब के गांव में यूपी-बिहार के लोगों का वेरीफिकेशन जरूरी, यहां जानें क्या-क्या लगाए गए प्रतिबंध
1 min readचंडीगढ़: पंजाब में प्रवासियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज के समय में लाखों प्रवासी पंजाब में अपनी एक जगह बना चुके है। वहीं राज्य के मोहाली के एक गांव में यूपी-बिहार के लोगों का वेरीफिकेशन जरूरी कर दिया गया है। इसके साथ ही नौजवान सभा ने प्रवासियों को लेकर कई और फैसले भी लिए है।
जंडपुर गांव में ग्रामीणों ने बाहर से आने वालों पर विभिन्न प्रतिबंध लगाने के लिए बोर्ड लगाए हैं। गांव में रहने वाले प्रवासियों का वेरीफिकेशन युवा परिषद और गांव के निवासियों द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है।
जानिए क्या-क्या लगाए गए प्रतिबंध
– गांव में प्रवासी पान, गुटखा, बीड़ी नहीं पिएंगे।
– जहां प्रवासी रहते हैं, वहां कूड़ादान अनिवार्य होना चाहिए। इसकी जिम्मेदारी मालिक की होगी।
– रात 9 बजे के बाद प्रवासी बाहर घूमते नजर नहीं आने चाहिए।
– घर में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या का वेरीफिकेशन होना चाहिए।
– एक कमरे में दो से अधिक व्यक्ति नहीं होने चाहिए।
– गांव में प्रवासी अर्धनग्न होकर घूमते न दिखें।
– नाबालिग लड़के बिना कागजात या नंबर प्लेट के वाहन चलाते न दिखें।
– किराएदारों के वाहनों की पार्किंग अनिवार्य।
– सड़क या गली में वाहन खड़ा नहीं होना चाहिए।
– कोई प्रवासी गांव का नुकसान करता है तो उसका जिम्मेवार मकान मालिक होगा।
– गांव में अगर कोई बाहरी व्यक्ति जमीन खरीदता है तो वो कमरे नहीं बना सकता।
इसके साथ ही कहा गया कि पानी की समस्या को देखते हुए प्रति घर एक कनेक्शन का समुचित उपयोग किया जाए। कोई अप्रवासी गांव में कोई क्षति पहुंचाता है या कोई अपराध करता है तो उसकी जिम्मेदारी मकान मालिक की होगी।
नगर पार्षद गोविंदर चीमा ने कहा कि इलाके में पानी की कमी है। इसलिए हमने गांव के लोगों के साथ सामूहिक निर्णय लिया है और बाहरी लोगों से कहा है कि अगर वे रहना चाहते हैं तो उन्हें नियमों का पालन करना चाहिए।