जयराम सरकार ने दलितों के कल्याण के लिए आए पैसे से बनाए थे हेलिपैड: चमन राही

मंडी अजय सूर्या
देश में 94 साल के बाद हो रही जातिगत जनगणना का अखिल भारतीय दलित पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग परिषद के महासचिव एवं राज्य प्रवक्ता चमन राही ने स्वागत किया है। चमन राही ने कहा कि वर्ष 1931 में कांग्रेस के राष्ट्रीय व प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाने का वादा किया था। वहीं कर्नाटक और तेलंगाणा में कांग्रेस की सरकारें आने से जातिगत सर्वे करवाया और तेलंगाना सरकार ने ओबीसी समुदाय के आरक्षण में बढ़ोतरी की है। चमन राही ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाक के दो टुकड़े कर दिए थे, ऐसा ही जज्बा राहुल गांधी में भी दिखता है। उन्होंने कहा कि देश का वास्तविक, समावेशी विकास तभी हो सकता है जब दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यक, आदिवासियों और शोषितों को विकास में वैज्ञानिक तरीके से हिस्सेदारी मिलेगी, इसलिए राहुल गांधी जातिगत जनगणना पर लगातार जोर दे रहे थे।
चमन राही ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में राहुल गांधी के फार्मूले की शुरुआत करनी चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा है कि जनसंख्या के आधार पर कांग्रेस पार्टी, सरकार और सरकारी क्षेत्र में प्रतिनिधित्व मिलेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में निगमों और बोर्डों में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को बराबर प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए, जबकि पिछली भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे जयराम ठाकुर ने इन वर्गों की अनदेखी करते हुए निगमों, बोर्डों और मंत्रिमंडल में जिला मंडी से किसी को ताजपोशी नहीं दी गई थी। जिस कारण भाजपा सरकार को सत्ता से जाना पड़ा। चमन राही ने कहा कि दलितों और पिछड़ों के कल्याण के लिए आए पैसे से हेलिपैड बनाए गए थे।
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अखिल भारतीय दलित पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग परिषद के महासचिव एवं राज्य प्रवक्ता चमन राही।