शिक्षा मंत्री ने लोगों को खालसा सजना दिवस बैसाखी की बधाई दी
1 min readराज घई, नंगल , बैसाखी की बधाई देने पहुंचे शिक्षा मंत्री खालसा सजना दिवस के अवसर पर खालसा के जन्म स्थान पर संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा भीम राव अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित किया। शिक्षा मंत्री आज विरासत ए खालसा के सभागार में विशेष रूप से भव्य समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है कि मुझे श्री आनंदपुर साहिब की पावन भूमि की सेवा करने का सम्मान मिला है। उन्होंने कहा कि यह वह ऐतिहासिक स्थान है, जहां अत्याचार और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठी थी और उनके अधिकारों की गूंज पूरे विश्व में सुनाई दी थी। जिसके कारण आज पूरी दुनिया में इस भूमि का नाम बड़ी श्रद्धा और सम्मान से लिया जा रहा है। डॉ. भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धा के फूल अर्पित करने के बाद अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री ने कहा कि बाबा साहेब ने शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया, उनके दिखाए रास्ते पर चलकर आज हर कोने में सामाजिक समानता और समानता का संदेश पहुंच रहा है। वह देश के सबसे प्रबुद्ध व्यक्तित्वों में से एक थे, जिनके पास कार्यप्रणाली के साथ-साथ कई उच्च शिक्षा डिग्रियां थीं। बाबासाहेब ने संविधान बनाकर मूल सत्ता के कर्तव्यों से देश को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज को माला में लपेटकर देश में एकता का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के विस्तार के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं, पंजाब के पूरे शिक्षा ढांचे में अनोखे बदलाव आ रहे हैं, दूर-दराज के गांवों में जाकर स्कूलों के प्रदर्शन की जांच की जा रही है। अपने विधानसभा क्षेत्र के स्कूल के बारे में उन्होंने दावा किया कि नंगल सीनियर सेकेंडरी स्कूल का 1.50 करोड़ रुपये से जीर्णोद्धार किया जा रहा है और लड़कियों के स्कूल को 3 करोड़ रुपये की लागत से स्कूल ऑफ एमिनेंस बनाया जा रहा है. डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से राजकीय कन्या एस.एससी. स्कूल श्री आनंदपुर साहिब और कीरतपुर साहिब एस.एससी. स्कूल 3 2.50 करोड़ रुपये की लागत से स्कूल ऑफ एमनेस बनाया जा रहा है। शिक्षा के बुनियादी ढांचे को और मजबूत किया जा रहा है, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को छात्रों के लिए रोजगार के अवसर खोजने और उन्हें डिग्री पूरी करने के बाद रोजगार प्रदान करने में सक्षम बनाने के लिए बड़े उद्योगों के साथ समन्वय करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि नंगल स्कूल का नाम बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के नाम पर रखा जाएगा और सभी कार्य बिना भेदभाव के किए जाएंगे। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के कर्मचारियों सहित शहर की अन्य प्रमुख हस्तियों से मुलाकात की। इस मौके पर एसजीएस खालसा एसएससी स्कूल ने शबद व एस.डी. स्कूल नंगल द्वारा उत्कृष्ट नाटक प्रस्तुत किए गए। मंच सचिव की भूमिका में एनसीसी अधिकारी रणजीत सिंह ने निभाई। इस मौके पर डॉ. संजीव गौतम, कामिकर सिंह दधी, जसपाल सिंह धहे, दीपक सोनी, एक्सियन हरजीतपाल, डॉ. रणवीर सिंह व जसप्रीत जेपी ने अपने विचार रखे। इस मौके पर एडीसी अमरदीप सिंह गुजराल, बीडीपीओ बीडीपीओ इशान चौधरी, सोहन सिंह बैंस, दलजीत सिंह काका नांगरा, दविंदर सिंह छिंदू, केसर संधू, कैप्टन गुरनाम सिंह, चेयरमैन राकेश महलमन, रोहित कालिया, जुझार असपुर आदि मौजूद रहे।