जम्मू-कश्मीर में होंगे विधानसभा चुनाव, निर्वाचन आयोग ने चुनाव शीघ्र कराने के संकेत दिए
1 min readजम्मू – निर्वाचन आयोग ने जम्मू-कश्मीर में विधान सभा चुनाव शीघ्र कराने का संकेत देते हुये शुक्रवार को कहा कि एक बार यह प्रक्रिया घोषित कर दिए जाने के बाद कोई भी ताकत उसे रोक नहीं सकती। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का दो दिन का दौरा करने के बाद यहां एक संवाददाता सम्मलेन में कहा, “जम्मू-कश्मीर में विधान सभा चुनाव का सपना साकार करने का समय आ गया है।”
उन्होंने कहा,“जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया घोषित होने के बाद कोई भी अंदरुनी और बाहरी ताकत चुनाव प्रक्रिया को पटरी से नहीं उतार सकती।” उन्होंने कहा कि इस सीमावर्ती क्षेत्र में चुनाव कराना एक चुनौती भरा काम जरूर है, लेकिन कोई यह नहीं कह सकता कि विधान सभा चुनाव को रोका जा सकता है। कुमार ने कहा कि उनके जम्मू-कश्मीर दौरे में हर पक्ष ने यह सुनिश्चित किया है कि चुनाव में उनकी पूरी भागीदारी और इसे संपन्न कराने में उनका पूरा सहयोग होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव का समय आ गया है और आयोग दिल्ली पहुँच कर सुरक्षा बलों की उपलब्धता के बारे में समीक्षा करेगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ आयोग में उनके सहयोगी आयुक्त ज्ञानेश कुमार एसएस संधू तथा कुछ अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। आयोग ने इस दौरे में जम्मू श्रीनगर में केंद्रशासित क्षेत्र के अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न राजनितिक दलों और संगठनों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की और राज्य में चुनाव की दृष्टि से कानून की स्थिति और अन्य तैयारियों का जायजा लिया। कुमार ने कहा,“श्रीनगर में हम नव राजनितिक दलों के प्रतिनिधियों से मिले, उन सभी ने जम्मू-कश्मीर में लोक सभा चुनाव सहज और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए एक स्वर से आयोग का धन्यवाद किया। उन्होंने साथ साथी हमसे विधान सभा चुनाव जल्द से जल्द कराने की मांग की।”जम्मू-कश्मीर विधान सभा में 90 निर्वाचन क्षेत्र हैं जिसमें नौ निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जाति और सात अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षित किए गए हैं।
आयोग ने विधानसभा चुनाव के सम्बन्ध में प्रशासन के लिये कुछ दिशा निर्देश जारी किये हैं जिसमें मादक द्रव्यों के दुरूपयोग शराब के कारोबार पर सतर्कता, राजनितिक दलों के अनुरोध पर सभी केंद्रों पर शत-प्रतिशत सीसीटीवी लगाए जाने और सभी दलों के प्रतिनिधियों को, समीक्षा के आधार पर आवश्यक व्यवस्था को सुरक्षा प्रदान करने और केंद्रों को दो किलोमीटर के दायरे में रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को पूरी तरह निष्पक्ष व्यवहार करने के लिए निर्देश जारी किये जाएंगे और इसका उल्लंघन पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाई शुरू की जायेगी। कुमार ने कहा कि मनगढंत समाचारों पर अंकुश लगाया जायेगा और उसके खिलाफ तुरंत कार्यवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव लोकतंत्र का एक बड़ा उत्सव होगा और उम्मीद है कि उसमें मतदाताओं की बड़ी भागीदारी दिखेगी। कुमार ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में कहा कि जब परिणाम अच्छे होते हैं तो नापाक ताकतें खलल पैदा करने की कोशिश करती है, लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि ऐसी ताकतें चुनाव प्रक्रिया को पटरी से नहीं उतार पायेंगी। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने जम्मू-कश्मीर में विधान सभा का चुनाव सितम्बर तक कराने को कहा है।