December 22, 2024

वेस्ट वॉरियर्स सोसायटी हिमाचल व उत्तराखंड में कचरा प्रबंधन पर कर रही है कार्य

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विजन व मिशन के तहत खूबसूरत कसौली व बीड़ बिलिंग को कचरा मुक्त बनाएंगे

तनिष कुमार, धर्मपुर, वेस्ट वॉरियर्स सोसायटी द्वारा विजन एंड मिशन कार्यक्रम के तहत दो पहाड़ी राज्यों में कचरा प्रबंधन पर कार्य किया जा रहा है। इन दो पहाड़ी राज्यों में हिमाचल और उत्तराखंड को लिया गया है। हिमाचल में जिला कांगड़ा के धर्मशाला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र जबकि बैजनाथ के बीड़ बिलिंग व जिला सोलन के कसौली पर्यटन क्षेत्र को शामिल किया गया है। विजन व मिशन के तहत “खूबसूरत कसौली” व खूबसूरत बीड़ बिलिंग को कचरा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इन स्थानों पर सोसाइटी कचरा प्रबंधन मुहिम के तहत लोगों को गांव- गांव व शहरों में जाकर कूड़े के निष्पादन के बारे में जागरूक कर रही है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को इसमें शामिल किया गया है। सोसायटी के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर सुनील कटवाल ने बताया कि सोलन के कसौली में खूबसूरत कसौली के नाम से कार्य किया जा रहा है। खूबसूरत कसौली कार्यक्रम के तहत धर्मपुर ब्लॉक की 5 पंचायतों गढखल-सनावर, गढ़खल- कसौली, धर्मपुर, आंजीमातला व गुलहाड़ी तथा कसौली छावनी में कचरा प्रबंधन पर लोगों को घर द्वार तक पहुंचकर जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा इन क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन के लिए स्थानीय लोगों की राय लेकर उस पर भी सर्वे किया जा रहा है कि घर के कूड़ा कचरे का और भी बेहतर तरीके से किस तरह से निष्पादन किया जा सकता है। शिक्षा व तकनीकी संस्थानों में विद्यार्थियों को जमीनी स्तर पर जागरूक किया जा रहा है।खूबसूरत कसौली प्रोजेक्ट के तहत आने वाले गांव में जाकर कचरा प्रबंधन पर लोगों को जागरूक करने के लिए डिजिटल डॉक्यूमेंट्री दिखाई जा रही है। इसके अलावा पंचायतों व शहरों में वॉल पेंटिंग व साइन बोर्ड लगा कर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सोसाइटी के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर सुनील कटवाल ने बताया कि सोसायटी के संस्थापक ब्रिटिश महिला जूडी अंडरहील वर्ष 2008 में धर्मशाला के त्रियूड में बतौर पर्यटक घूमने आई थी। उस दौरान उन्होंने उन सुंदर पहाड़ियों पर कूड़ा कचरा देखा तो वह बुरी तरह निराश हुई व उन्होंने मन में ठाना कि वे इस कचरे के निष्पादन के लिए कार्य करेगी। उन्होंने इस सोसाइटी का गठन किया व उनके कार्यों को देखते हुए वर्तमान में उन्हें गारवेज गर्ल के नाम से भी जाना जाता है। सोसाइटी में लगभग 180 वारियर्स कार्य कर रहे हैं।