सही समय पर हो बच्चों का टीकाकरण, स्वास्थ्य विभाग और अभिभावक लें जिम्मेदारी : एडीसी
1 min readशिवालिक पत्रिका, धर्मशाला, जिला कांगड़ा में बच्चों का टीकाकरण सही समय पर हो इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग और अभिभावक अपनी-अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें। विभिन्न आयु वर्ग में बच्चों के लिए होने वाले आवश्यक टीकाकरण की जानकारी समाज तक समय से पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग विशेष प्रयास करे। उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में को टीकाकरण को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा सौरभ जस्सल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए उपयुक्त समय पर टीकाकरण बहुत आवश्यक है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि ठीक समय पर टीकाकरण न होने के कारण बच्चों की ग्रोथ पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग और बच्चों के अभिभावक सही समय पर बच्चों को लगने वाले सभी टीकों का विशेष ध्यान रखें।
सौरभ जस्सल ने कहा कि बच्चों के टीकाकरण से संबंधित कार्यक्रमों और अभियानों को गति देने के लिए के लिए प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को हर प्रकार का सहयोग उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ वे भी सभी बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण को लेकर हर संभव प्रयास करें। उन्होंनें कहा कि यह दोनो विभाग बच्चों और परिवारों के संपर्क में रहते हैं। उन्होंने विभागों को टीकाकरण पर लोगों को जागरूक करने के साथ इसके सफल कार्यन्वयन पर भी बल देने को कहा। उन्होंने दिसम्बर 2023 तक मीजल्स रूबेला उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभाग को हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। इसके अलावा एनीमिया मुक्त हिमाचल अभियान को और गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ. सुशील शर्मा ने बैठक का संचालन करते हुए जिले में टीकाकरण से संबंधित आवश्यक जानकारियां साझा की। मीटिंग में कोविड वैक्सीनेशन, रूटीन इम्यूनाइजेशन और मीजल्स रूबेला उन्मूलन के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में 51 प्रतिशत लोगों ने कोरोना की एहतियाती डोज लगवा ली है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने एनीमिया मुक्त हिमाचल अभियान के तहत छेड़ी मुहिम से अवगत कराया।
बैठक में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ विक्रम कटोच, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ वंदना के अतिरिक्त खंड शिक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, स्वयंसेवी संगठन तथा स्वास्थ्य विभाग के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।