अमेरिका में लोकतंत्र अब खतरे में: जो बाइडन
कहा, कुछ दौलतमंदों के पास सत्ता का केंद्रीकरण हो रहा है
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने विदाई भाषण में कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने चेतावनी दी कि अमेरिका में कुलीनतंत्र आकार ले रहा है। बाइडन ने कहा कि कुछ दौलतमंदों के पास सत्ता का केंद्रीकरण हो रहा है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है। उन्होंने संविधान में संशोधन पर भी जोर दिया। साथ ही कहा कि कोई भी राष्ट्रपति आपराधिक दायित्व से मुक्त नहीं है। उनका इशारा ट्रंप की ओर था।
ट्रंप के कार्यकाल में उद्यमी एलन मस्क सहित अन्य की भूमिका को लेकर भी बाइडन ने चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कुछ दौलतमंदों के हाथों में सत्ता का केंद्रीकरण बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। यदि इन्हें अनियंत्रित छोड़ा गया तो खतरनाक परिणाम होंगे। शक्तियों के पृथकीकरण, नियंत्रण और संतुलन की प्रणाली एकदम सटीक नहीं हो सकती, लेकिन इसने लगभग 250 वर्षों तक हमारे लोकतंत्र को बनाए रखा है।
बाइडन ने मार्क जुकरबर्ग की हालिया घोषणा का संदर्भ देते हुए चेतावनी दी कि अमेरिकियों को गलत सूचना और दुष्प्रचार के ढेर के नीचे दबाया जा रहा है, जिससे सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। जुकरबर्ग ने कहा था कि उनकी कंपनी मेटा फेसबुक जैसे अपने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर फैक्ट चेक बंद कर देगी।
बाइडन ने कहा कि स्वतंत्र प्रेस ढह रहा है। संपादक गायब हो रहे हैं। इंटरनेट मीडिया तथ्यों की जांच करना छोड़ रहा है। सच्चाई को झूठ से दबा दिया जाता है। हमें अपने बच्चों, परिवार और लोकतंत्र को बचाने के लिए इंटरनेट प्लेटफार्म को जवाबदेह बनाना चाहिए।