महिलाओं, आदिवासी, अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्गों को मिलेगा 2 करोड़ तक का टर्म लोन
1 min readनई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अपने बजट भाषण में एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने महिलाओं, आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्गों से पहली बार उद्यमिता में कदम रखने वालों के लिए 2 करोड़ रूपये तक के टर्म लोन की घोषणा की। इस पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से वंचित वर्गों को सशक्त बनाना और उद्यमिता के क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाना है।
इच्छुक उद्यमियों को 2 करोड़ रूपये तक का टर्म लोन प्रदान किया जाएगा, जिससे उनके व्यवसायिक प्रोजेक्ट्स को सुचारू रूप से स्थापित करने में सहायता मिलेगी। इस योजना का मुख्य फोकस महिलाओं, आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के उद्यमियों पर है, जो पहले से उद्यमिता के क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाए हैं। सरकार का यह कदम आर्थिक समावेशन को बढ़ावा देने, रोजगार के नए अवसर पैदा करने और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों को सशक्त बनाने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में बताया कि यह योजना विशेष रूप से उन उद्यमियों के लिए तैयार की गई है जिनके पास व्यवसाय स्थापित करने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं है। सरकार का मानना है कि उद्यमिता के क्षेत्र में नए प्रतिभाशाली व्यक्तियों का स्वागत करने से राष्ट्रीय आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।
सरकार ने आगे भी विभिन्न पहलों की घोषणा की है, जिससे उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ विभिन्न वर्गों के लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। इस योजना की कार्यान्वयन प्रक्रिया और इसके प्रभाव का आकलन भविष्य में नियमित रूप से किया जाएगा। यह बजट घोषणा उद्यमिता के क्षेत्र में एक नया अध्याय खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास में तेजी आएगी।