अगस्त में यू- विन की शुरुआत के साथ, लोग अपनी टीकाकरन अनुसूची पर नज़र रख सकते है, अपने टीके आनलाइन बुक कर सकते है-डा. बलबीर सिंह
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मुख्य मंत्री भगवंत मान के फ़तवे अनुसार पंजाब सरकार सूबो के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध
चंडीगढ़, दो जिलों होश्यारपुर और एस. बी. एस. नगर में यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोगराम ( यूआईपी) के डिजीटाईज़ेशन की सफलता उपरांत, पंजाब सेहत विभाग अगस्त महीने से सूबो के सभी जिलों में यूआईपी के लिए डिजिटल प्लेटफार्म यू- विन को शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस प्रमुख प्रोगराम ने दोनों जिलों में 92 प्रतिशत सैशन साईटें को रजिस्टर करके ज़रुरी लक्ष्यों को प्राप्त करने में बड़ी सफलता हासिल की। इसके साथ ही गर्भ अवस्था संबंधी 102 प्रतिशत नवजात रजिस्टर किए गए है और इस डिजिटल प्लेटफार्म के द्वारा 90 प्रतिशत रजिस्टर्ड नवजात बच्चों को जन्म समय टीकों की ख़ुराकों मुहैया करवाई गई। पंजाब के सेहत पर परिवार भलाई मंत्री डा. बलबीर सिंह ने इस सफलता के लिए सेहत स्टाफ को बधाई देते इस बात पर ज़ोर दिया कि मुख्य मंत्री भगवंत मान के फ़तवे अनुसार पंजाब सरकार सूबो के लोगों को विश्व स्तरीय सेहत सुविधाएं और बढिया सेहत सेवाओं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। वीडियो कान्फ़्रैंस के द्वारा शामिल हुए सेहत मंत्री आज यहाँ शुरू हुई यू- विन के लिए ट्रेनरों के प्रशिक्षण संबंधी दो दिवसीय राज्य स्तरीय वर्कशाप को संबोधन कर रहे थे। बुद्धवार को समाप्त होने वाली इस वर्कशाप में पंजाब के सभी जिलों के सभी ज़िला टीकाकरन अधिकारी, वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर भाग ले रहे है। प्रशिक्षण प्राप्त करने उपरांत, यह ट्रेनर यू-विन प्लेटफार्म की सफल शुरुआत के लिए अपने सम्बन्धित जिलों में सम्बन्धित सेहत स्टाफ को प्रशिक्षण देंगे। बता दे कि टीकाकरन, वैक्सीन के साथ रोकी जाएँ वाली बीमारियों और यूपीआई के पंजाब में फैलाव को रोकने के लिए प्रमाणित और किफ़ायती रणनीति है जो 11 बीमारियों को कवर करती है और इसका लक्ष्य हर साल 437000 से अधिक नवजात बच्चों और 480000 गर्भवती महिलाएं को कवर करना है। अब तक, यह टीकाकरन प्रोगराम दस्ती रूप में चलाया जा रहा है और अगस्त से यू- विन प्लेटफार्म के लागू होने के साथ, टीकाकरन के साथ सम्बन्धित सारा डाटा को- विन की तर्ज़ पर डिजीटाईज़ किया जाएगा। कोविड महामारी दौरान कोविड टीकाकरन के लिए को- विन प्लेटफार्म भारत में बहुत सफल रहा है। डिजीटलाईज़ेशन के साथ न सिर्फ़ रिकार्ड रखने में सुधार होगा बल्कि यह लाभपात्रियों को समर्थ बनाएगा और टीकाकरन कवरेज में वृद्धि के साथ जनतक सेहत के बढिया नतीजों में योगदान देगा।
यू- विन प्लेटफार्म के फ़ायदों का ज़िक्र करते सेहत पर परिवार भलाई के प्रमुख सचिव विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि यह डिजीटलाईज़ेशन बहुत मददगार सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ सेहत कर्मचारियों पर काम का बोझ कम होगा और रिपोर्टों तैयार करने में लगते अनावश्यक समय की बचत होगी क्योंकि डेटा का आनलाइन रिकार्ड रखने के साथ ज़रूरी रिपोर्टों आटो- जनरेट होने में मदद मिलेगी। इस पोर्टल के साथ लाभपात्रियों को भी आसानी होगी ,क्योंकि वह अपने घर बैठे ही किसी भी नजदीकी सैशन साइट पर अपने टीकाकरन की रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पोर्टल पर लाभपात्रियों की आन- साइट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। सचिव सेहत कम एम.डी.एन.एच.एम. डा. अभिनव त्रिखा ने बताया कि यू- विन प्लेटफार्म से लाभपात्री अपने टीकाकरन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकेंगे और उनको आगे के टीकाकरन प्रोगरामों, फॉलो- अप और आर.आई. सैशन के बारे जानकारी प्रदान करने के लिए मोबाइल पर टेक्स्ट संदेश के रूप में रिमाईंडर भी भेजे जाएंगे। हर नागरिक के लिए ए.बी.एच.ए. आईडी की बात करते हुए उन्होंने कहा कि गर्भवती औरतों और बच्चों के लिए आयुष्मान भारत हैल्थ अकाउँट आईजी ( ए.बी.एच.ए.आईडी) के साथ लिंकड वैक्सीन रसीद और टीकाकरन कार्ड जनरेट किया जाएगा। डायरैक्टर सेहत पर परिवार भलाई डा. आदरशपाल कौर ने भागीदारों को यू- विन के सफलतापूर्वक लागू करने को यकीनी बनाने के लिए कहा। प्रशिक्षण वर्कशाप दौरान दो पायलट जिलों में यू- विन के सफलतापूर्वक लागू करने में प्रंशसनीय भूमिका निभाने के लिए प्राजैक्ट अधिकारी यू. एन.डी.पी. डा.सीमा गर्ग, डा.मीत दीपिन्दर सिंह, उपकार सिंह और अमृतपाल सिंह को सम्मानित किया गया। इस मौके स्टेट टीकाकरन अधिकारी डा. बलविन्दर कौर, एस.पी.ओ.यू. एन.डी.पी डा. मनीषा मंडल, डा. सोनिका और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।