वक्फ विधेयक द्वारा अल्पसंख्यकों को अलग-थलग करने की कोशिश: गौरव गोगोई
नई दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि क्या अल्पसंख्यक मंत्रालय ने ये बिल बनाया है, या किसी और विभाग ने बनाया है? ये बिल कहां से आया? आज देश में अल्पसंख्यकों की हालत ऐसी हो गई है कि आज सरकार को उनके धर्म का सर्टिफिकेट देना पड़ेगा। क्या वो दूसरे धर्मों से सर्टिफिकेट मांगेंगे कि आपने पांच साल पूरे किए हैं या नहीं? इस बिल में ऐसा क्यों पूछा जा रहा है? सरकार धर्म के इस मामले में क्यों दखल दे रही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह अल्पसंख्यकों को अलग-थलग करने की कोशिश है।
गोगोई ने कहा कि आज सरकार की नजर एक समुदाय विशेष की जमीन पर है। कल उनकी नजर समाज के अन्य अल्पसंख्यकों की जमीन पर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रम फैलाना चाहते हैं कि मौजूदा कानून महिलाओं के खिलाफ है, कि वर्तमान में महिलाओं को कोई भूमिका नहीं मिलती है। विधवाओं की सुरक्षा हो या महिलाओं को अधिक सहायता देना हो, ये सभी प्रावधान कानून में पहले से ही हैं। वे सुधार की बात करते हैं, लेकिन जो राजस्व आना चाहिए था, उसे कम कर दिया, क्यों कम किया? क्या आप नहीं चाहते कि वक्फ बोर्ड बेहतर तरीके से काम करे? उन्होंने राजस्व को 7 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत क्यों किया? हमारा सुझाव है कि इसे कम करने के बजाय, आपको इस राजस्व को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 11 प्रतिशत करना चाहिए।
