रणजीत गिल के कई ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी
चंडीगढ़, पंजाब के पूर्व अकाली नेता और रियल एस्टेट एजेंट रणजीत सिंह गिल के ठिकानों पर शनिवार सुबह विजिलेंस ब्यूरो ने छापेमारी की। गिल ने शुक्रवार को ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था। रणजीत गिल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली थी।
यह कार्यक्रम चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री सैनी के सरकारी आवास पर आयोजित किया गया था। पार्टी में शामिल होने के अगले ही दिन शनिवार सुबह विजिलेंस टीमों ने चंडीगढ़ और मोहाली में स्थित उनके आवासों और अन्य ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया।
रणजीत सिंह गिल शिरोमणि अकाली दल के पूर्व महासचिव रह चुके हैं और एक जाने-माने रियल एस्टेट कारोबारी भी हैं।
उन्होंने खरड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अनमोल गगन मान से चुनाव हार गए थे। वे कभी शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के करीबी माने जाते थे। रणजीत सिंह गिल गिल्को कंपनी के मालिक हैं।
दिसंबर 2022 में, आयकर विभाग ने गिल्को वैली कार्यालय और गिल्को वैली आवास पर छापा मारा था।
गिल ने 18 जुलाई को शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ लगातार बैठकें कीं और भाजपा में शामिल होने का फैसला किया।
उन्होंने 1990 में रूपनगर से एक रियल एस्टेट एजेंट के रूप में शुरुआत की, बाद में खरड़ चले गए, जहां उन्होंने गिल्को वैली टाउनशिप की स्थापना की। उनके अन्य चल रहे प्रोजेक्ट एयरपोर्ट रोड और आईटी सिटी, मोहाली में हैं।
जानकारी के मुताबिक, गिल ईडी के रडार पर भी थे। लेकिन उससे पहले ही पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने कार्रवाई कर दी। विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, गिल के कई सहयोगी भी रडार पर हैं।
बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक अनमोल गगन मान ने 19 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दिया था। लेकिन 20 जुलाई को आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने अनमोल गगन मान से उनके निवास स्थान जीरकपुर में मुलाकात की।
इस संबंध में अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह उनकी पारिवारिक मुलाकात थी।
उन्होंने अपने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा था, “मैं अनमोल गगन मान से पारिवारिक माहौल में मिला। पार्टी ने विधायक पद से उनका इस्तीफा नामंजूर करने का फैसला किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। हमने उनसे पार्टी और क्षेत्र की प्रगति के लिए मिलकर काम करते रहने का अनुरोध किया।” उन्होंने आगे लिखा कि अनमोल आम आदमी पार्टी के परिवार का हिस्सा थीं, हैं, और रहेंगी।
इस मुलाकात के बाद अनमोल गगन मान ने भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस फैसले की पुष्टि की थी। उन्होंने ‘एक्स’ पोस्ट पर लिखा था, “आज मैंने अपनी पार्टी के अध्यक्ष अमन अरोड़ा से मुलाकात की। आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल द्वारा मेरा इस्तीफा नामंजूर करने का फैसला मैंने स्वीकार कर लिया है।”
