स्पेस एक्स कंपनी की 400 फुट ऊंचे स्टारशिप रॉकेट की तीसरी परीक्षण उड़ान सफलतापूर्वक संपन्न
एलन मस्क ने शनिवार को कहा कि विशाल स्टारशिप रॉकेट जिसका मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रियों को 2026 तक चंद्रमा पर उतारना है, अगले पांच साल में मंगल ग्रह भी होगा।
मस्क की स्पेस एक्स कंपनी ने इस सप्ताह हेवी बूस्टर के साथ इसके 400 फुट ऊंचे स्टारशिप रॉकेट की तीसरी परीक्षण उड़ान सफलतापूर्वक संपन्न किया।उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “स्टारशिप 5 साल के भीतर मंगल ग्रह पर होगी।” टेस्ला के सीईओ ने स्टारशिप रॉकेट की कुछ तस्वीरें भी पोस्ट कीं और कहा, “यह एक वास्तविक तस्वीर है।”उन्होंने आगे कहा, “जमीन पर आप जो कुछ भी कर सकते हैं, वह जमीन पर ही किया जाना चाहिए, लेकिन मंगल ग्रह के लिए फोबोस और डेमोस (मंगल के दो चंद्रमा) पर बने रिफ्लेक्टर एक अच्छा तरीका हो सकता है।”स्टारशिप दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है और इसका उपयोग मनुष्यों को चंद्रमा और फिर मंगल ग्रह पर भेजने के लिए किया जाएगा।स्टारशिप में एक विशाल प्रथम चरण का बूस्टर होता है, जिसे सुपर हेवी कहा जाता है, साथ ही इसमें होता है 50 मीटर का एक अंतरिक्ष यान जिसे स्टारशिप के नाम से जाना जाता है।मस्क कम से कम दस लाख लोगों को मंगल ग्रह पर स्थानांतरित करने की योजना बना रहे हैं। मस्क ने एक्स पर एक हालिया पोस्ट में लिखा, “हम दस लाख लोगों को मंगल ग्रह पर ले जाने के लिए एक गेम प्लान तैयार कर रहे हैं।”एक्स के मालिक ने कहा, “मानवता को चंद्रमा पर होना चाहिए, मंगल ग्रह पर शहर बसना चाहिए।”