पीएमएवाई-जी योजना से साकार हो रहा गरीब परिवारों के पक्के मकान का सपनाः डीसी
1 min read🔸प्रधानमंत्री आवास योजना: गरीब परिवारों के सपनों को दे रही नए पंख
🔸जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 567 गरीब परिवारों को मिला चुका है योजना का लाभ
🔸आत्मनिर्भरता और स्थिरता का प्रतीक बन रही प्रधानमंत्री आवास योजना
🔸टपकती छत से चैन की नींद तक: प्रधानमंत्री आवास योजना की सफलता की कहानियां
जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण ने गरीब परिवारों के अपने पक्के घर के सपने को हकीकत में बदलते हुए उनके जीवन में नई रोशनी बिखेरी है। इस योजना ने जरूरतमंद लोगों को जीवन में स्थिरता और सुरक्षा का अहसास कराया है व उनके जीवन में नई उम्मीदों से जोड़ा है। ग्रामीण क्षेत्र में अब तक 567 पात्र लाभार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा चुकी है, जिससे उनकी जिंदगी में खुशियों का नया अध्याय जुड़ा है।
जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि जीवन में एक पक्का घर केवल चार दीवारों का ढांचा नहीं होता, बल्कि परिवार के लिए यह खुशियों और एकजुटता और उन्नति का आधार है। अपने पक्के घर में परिवार स्थिरता महसूस करता है और परिवार के सदस्य जीवन में तरक्की करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण ने सुनिश्चित किया है कि झज्जर जिले का कोई भी पात्र गरीब परिवार इस महत्वपूर्ण योजना से वंचित न रहे। यह योजना न केवल आर्थिक कमजोर वर्ग के जीवन को संवारने का माध्यम है, बल्कि समाज में आत्मनिर्भरता और सम्मान का संदेश भी देती है।
डीडीपीओ निशा तंवर ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के तहत तीन किस्तों में लाभार्थियों को मकान निर्माण हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। पहली किस्त के रूप में 45 हजार, दूसरी किस्त 60 हजार व तीसरी किस्त 33 हजार रुपये की दी जाती है। विभाग द्वारा मकान निर्माण हेतु प्रदान की जानी वाली राशि के खर्च की पूरी मॉनिटरिंग की जाती है व पहली किस्त के बाद नियमानुसार दूसरी व तीसरी किस्त जारी का जाती है। विभाग द्वारा योजना के तहत जो बजट जारी किया जाता है उसके अनुसार ही पात्र आवेदकों को योजना का लाभ दिया जाता है।
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प्रधानमंत्री आवास योजना: गरीब परिवारों के जीवन में खुशियों और स्थिरता का नया अध्याय
टपकती छत से मिली राहत
बादली के याकूबपुर निवासी कौशल्या देनी ने बताया कि वह एक कमरे के कच्चे मकान में रहती थी। बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता रहता था। उसके दो बच्चे हैं जो 12वीं और एमए कक्षा में पढ़ते हैं। कच्चे मकान के कारण जीवन यापन के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सरकार से मकान निर्माण हेतु आर्थिक लाभ मिला और पक्का मकान बनने के बाद अब चिंता मुक्त हो गई हूँ। अब पूरी परिवार चैन की नींद सोता है और खुशहाली से अपने घर में रहते हैं। लाभार्थी से सरकार के धन्यवाद किया।
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पक्के मकान से जीवन यापन हुए आसान
झज्जर के गुड्ढा निवासी धमेंद्र ने बताया कि बताया कि उसका कच्चा मकान था जिस कारण जीवन यापन मुश्किल हो रहा था। मिट्टी व घास की कच्चा छत थी जो अक्सर बारिश के मौसम में टपकती थी। छत टपकने के कारण पूरा परिवार परेशान रहता था। मिट्टी की दीवारों में सीलन के कारण उनके गिरने का डर बना रहता था। प्रधानमंत्री आवास योजना के द्वारा मेरे पक्के मकान का सपना पूरा हुआ। तीन किस्तों में सिलसिलेवार आर्थिक राशि मिली जिसके जरिया मकान निर्माण पूरा हुआ।