December 21, 2025

गठिया या जोड़ों की समस्या मतलब हाई यूरिक एसिड के लक्षण

कंट्रोल करने के लिए खाएं ये ड्राई फ्रूट्स

आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे हैं और हाई यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाना आम समस्या बन चुका है। इसके मुख्य कारण लाइफस्टाइल और गलत समय पर गलत खानपान को माना जाता है। वहीं, जब यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है तो जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ जाती है और चलने-फिरने में कठिनाइयां आने लगती हैं।इसीलिए अपने खानपान पर ध्यान देना और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना बेहद जरूरी है। कुछ विशेष आहार होते हैं जिन्हें रोजाना डाइट में शामिल करना लाभकारी हो सकता है, जैसे कि कुछ ड्राई फ्रूट्स। ये यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मददगार होते हैं।

यूरिक एसिड होने के कारण: प्यूरीन एक ऐसा केमिकल कंपाउंड है जो कुछ ही चीजों में पाया जाता है और जब हमारा बॉडी इस प्यूरीन को पूरी तरह से प्रोसेस नहीं कर पाता, तो यूरिक एसिड बनता है। आमतौर पर किडनी यूरिन के माध्यम से यूरिक एसिड को बाहर निकाल देती है। लेकिन जब बॉडी में इसका स्तर ज्यादा बढ़ जाता है, तो यह बाहर निकलने में मुश्किल होने लगता है, जिससे हाई यूरिक एसिड की समस्या होती है।

काजू: काजू में प्यूरीन की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे ये हाई यूरिक एसिड वालों के लिए सुरक्षित है। साथ ही ये बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मदद करता है।
कैसे खाएं: रोजाना 2-3 काजू नाश्ते या शाम के हेल्दी स्नैक के रूप में लें। इन्हें कच्चा या हल्का भूनकर खा सकते हैं।

बादाम: बादाम में मौजूद डाइटरी फाइबर शरीर से यूरिक एसिड के अतिरिक्त अंश को बाहर निकालने में मदद करता है। ये हड्डियों को मजबूत बनाने में भी कारगर है।
कैसे खाएं: 5-6 बादाम रात में पानी में भिगोकर सुबह छिलका हटाकर खाएं। चाहें तो स्मूदी या सलाद में भी डाल सकते हैं।

अलसी के बीज: अलसी के बीज फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो यूरिक एसिड के असर को कम करने में सहायक हैं।
कैसे खाएं: रोजाना 1-2 चम्मच अलसी के बीज हल्का भूनकर सलाद, दही या स्मूदी में मिलाकर खाएं। पिसी हुई अलसी भी सेवन कर सकते हैं, जिससे पाचन आसान होता है।

अखरोट: अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों का पावरहाउस है। ये न सिर्फ जोड़ों की सूजन कम करता है, बल्कि बढ़े हुए यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में भी मददगार है।
कैसे खाएं: 2-3 अखरोट रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं। इससे पाचन आसान होगा और पोषक तत्व जल्दी अवशोषित होंगे।

पिस्ता: पिस्ता फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है। ये ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के साथ यूरिक एसिड लेवल को भी संतुलित रखता है।
कैसे खाएं: 5-7 पिस्ता नाश्ते या शाम के हेल्दी स्नैक के रूप में लें। इन्हें सीधे खा सकते हैं या किसी ड्राई फ्रूट मिक्स में मिला सकते हैं।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधित समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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