February 25, 2025

रिवालसर में शिव जयंती महोत्सव हर्षोल्लास से संपन्न

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मुख्य अतिथि द्वारा शिव ध्वजारोहण, आध्यात्मिक व्याख्यान और भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन

रिवालसर, अजय सूर्या – त्रिवेणी संगम रिवालसर में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित शिव जयंती महोत्सव भव्यता और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन में काफी संख्या में भाई- बहन शामिल हुए और भगवान शिव की भक्ति में सराबोर हो गए।

शिव ध्वजारोहण और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ शुभारंभ

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एसडीएम बल्ह श्रीमती स्मृतिका नेगी द्वारा शिव ध्वजा रोपण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इस पावन अवसर पर उन्होंने कहा कि “ब्रह्माकुमारी संस्थान में आकर शांति और सुकून का अनुभव होता है। यह संस्था समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य कर रही है।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बढ़ाई शोभा

शुभारंभ के बाद भव्य स्वागत नृत्य, नाटक के माध्यम से शिव और शंकर में क्या अन्तर है और सरस्वती विद्या मंदिर के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसने सभी का मन मोह लिया। इसके बाद बीके रीना बहन जी ने ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का परिचय देते हुए संस्था के उद्देश्यों, आध्यात्मिक सेवाओं और समाज में इसके योगदान पर प्रकाश डाला।

बीके ओमि दीदी जी ने बताया शिवरात्रि का गूढ़ रहस्य

इसके पश्चात बीके ओमि दीदी जी ने शिवरात्रि के गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों पर विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि भगवान शिव ज्ञान, शक्ति और शांति के प्रतीक हैं, और उनका जन्म आत्मिक जागृति का संदेश देता है। उन्होंने शिवरात्रि को केवल एक पर्व न मानकर आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने का अवसर बताया।

मुख्य अतिथि ने की नशामुक्ति अभियान की
सराहना

मुख्य अतिथि एसडीएम बल्ह श्रीमती स्मृतिका नेगी ने ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा चलाए जा रहे ‘भारत नशामुक्त अभियान’ की विशेष रूप से सराहना की। उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए इस तरह के अभियान अत्यंत आवश्यक हैं और ब्रह्माकुमारी संस्थान इस दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है।

बीके सुनीता देवी जी ने व्यक्त किया आभार

कार्यक्रम के अंत में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रिवालसर की संचालिका बीके सुनीता देवी जी ने मुख्य अतिथि को सौगात भेंट कर सम्मानित किया और सभी उपस्थित भाई बहनों को शिव जयंती महोत्सव में शामिल होने के लिए बधाई दी। उन्होंने सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को ब्रह्म भोजन कराया गया। इस भोजन को विशेष रूप से शुद्धता, प्रेम और आध्यात्मिक भाव से तैयार किया गया था, जिससे सभी भाई बहनों को को आध्यात्मिक तृप्ति का अनुभव हुआ।