घनारी में बोले शौर्य चक्र विजेता- यह आजादी हमें यूं ही नहीं मिली
1 min readऊना/सुखविंदर/ घनारी में 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यातिथि के रूप में शौर्य चक्र विजेता कैप्टन सुशील जरियाल ने शिरकत की। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य ललित मोहन ने की। सर्वप्रथम मुख्यातिथि कैप्टन सुशील जरियाल ने तिरंगा फहराया ततपश्चात राष्ट्रगान गाया गया। उधर शौर्य चक्र विजेता सुशील जरियाल ने कहा कि हमारी खुशकिस्मती है कि आज हम इस खुले आसमान के नीचे आजादी का जश्न मनाने इकट्ठा हुए हैं। उन्होंने बताया कि यह आजादी हमें यूं ही नहीं मिली, न जाने इसके लिए कितनों ने अपने सर कटाएं, न जाने कितनी माताओं ने अपनी संताने कुर्बान कर दीं, न जाने कितनी औरतों के सुहाग उजड़ गए और न जाने कितनी बहनों ने हमेशा के लिए अपने भाइयों को खो दिया। इसलिए आजादी के महत्व को समझें और हमेशा देश सेवा के लिए तैयार रहें। प्रधानाचार्य ललित मोहन ने कहा कि शहीदों के त्याग-तपस्या और बलिदान का एहसास हमें सिर्फ 15 अगस्त या 26 जनवरी के दिन नहीं अपितु वर्ष भर रहना चाहिए तभी हमारा विश्वगुरु बन पाएगा। एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर सतीश के.कालिया ने बताया कि इस अवसर मिष्ठान वितरण किया गया, साथ ही मुख्यातिथि एवम स्कूल स्टाफ को एक एक तिरंगा झंडा एवम पौधा वितरित किया गया। इस मौके पर प्राध्यापक बलदेव मान, डॉ गुरदीप छोटू, पवन कुमार, रजनीश कुमार, बलबिंद्र सिंह, रविन्द्र सिंह, प्रवीण शर्मा, जय ठाकुर, सोनिका इत्यादि उपस्थित रहे।