परमात्मा से जुड़ने का सरल मार्ग सत्संग ही : संत बाबा बाल जी महाराज

गगरेट/सुखविंदर/ 7 मई रविवार को दौलतपुर चौक में राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज राधा कृष्ण मंदिर कोटलाकलां के आशीर्वाद में सत्संग का आयोजन हुआ। बाबा जी के सेवक के घर में आयोजित सत्संग में बाबा बाल जी ने पधारने पर भारी संख्या में साध संगतों द्वारा माथा टेककर आशीर्वाद प्राप्त किया गया। इस पावन बेला पर बाबा बाल जी ने अपने मुखारविंद से प्रवचन वर्षा करते हुए उपस्थित साध संगत को अपने जीवन में सतसंग के माध्यम से परम पिता भगवान् से जुड़ने का संदेश दिया। बाबा बाल जी ने कहा कि मानव जीवन दुर्लभ है हमें इसे सत्कर्मों में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसारिक सुखों के मोहजाल में फंसने से बचना चाहिए। बाबा जी ने सिद्ध जोगी बाबा बालक नाथ जी की कथा के प्रसंग के माध्यम से साध संगत को वर्णन करते हुए समझाया कि जीवन मे तप सिमरन का महत्व है। बाबा जी ने कहा कि अच्छे कर्म से मनुष्य भगवान् की कृपा का पात्र बनता है। इस अवसर पर बाबा बाल जी द्वारा “ श्री कृष्ण गोबिंद हरे मुरारी , हे नाथ नारायण वासुदेवा “ भजनों के द्वारा सत्संग के वातावरण को कृष्णनाम महिमा के रंग में पूरी तरह डुबोकर भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर आसपास के गावों बनेहड़ा , ब्रह्मपुर , नंगल जरियालां , घनारी , दियोली, दौलतपुर चौक , आदि से पहुंची साध संगत ने सत्संग का श्रवण किया। इस अवसर पर पहुंची संगतों के लिए लंगर की विशेष व्यवस्था की गयी थी।