सिग्नल कोर के सेवानिवृत्त सैनिकों ने मनाया कोर दिवस
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बैजनाथ, आशुतोष: भारतीय सेना की सिग्नल कोर का 114वां रेजिंग डे (स्थापना दिवस) शनिवार को उपमंडल बैजनाथ के कुंसल के समीप अक्षय पैलेस में मनाया गया। इसमें बैजनाथ, पालमपुर, जयसिंहपुर व धीरा उपमंडलों से सिग्नल कोर के सेवानिवृत्त सैनिकों ने भाग लिया। भारतीय सेना के प्रमुख अंग सिग्नल कोर के बारे एसएल सूद का कहना था कि 15 फरवरी 1911 को भारतीय सेना में सिग्नल कोर की स्थापना की गई थी। उन्होंने सेवाकाल के अनुभवों को सबके समक्ष साझा करते हुए कठिन व दुर्गम इलाकों में संचार व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने को लेकर सिग्नल कोर की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सिग्नल कोर से संबंधित तीनों उपमंडलों में सिग्नल कोर से सेवानिवृत्त अधिकारियों, जेसीओ तथा नॉन कमीशंड अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कार्यक्रम में सभी लोगों ने सेवाकाल के अनुभव सांझा किए और सेवानिवृत्ति के बाद विभिन्न व्यवसायों में कार्यों का बखान किया। 114वें स्थापना दिवस में वयोवृद्ध सैनिक एवं सिग्नल कोर की वॉलीबॉल टीम का हिस्सा रहे मानद कैप्टन कपूर चंद निवासी खजुरनु (भुआणा) ने कार्यक्रम में विशेष रूप से शिरकत कर युवाओं को सेना में भेजने के लिए प्रेरित किया। वहीं विनोद शर्मा ने अपने संबोधन में बताया कि सिग्नल कोर से सेवानिवृत्त सैनिकों का समाज में विशेष स्थान है इसलिए हमें समाज कल्याण से जुड़े कार्यों में भी अग्रणी रहना होगा।
इस मौके पर सिग्नल कोर से सेवानिवृत किशोरी लाल पंतेहड़, गुलशन लाल बैजनाथ, स्वरूप चंद सलोह, रमेश चंद तिनबड़, कुलतार चंद दगोह, केहर सिंह भुआणा, ज्ञान चंद खलैणु, संत राम बैजनाथ, राजिंदर कुमार ठाकुर भैला, फतेह सिंह भूरिया बाबा काठक, तिलक चंद राणा ददीण, केसी राणा कुदैल, बीसी कटोच चनियारा, कुलदीप राणा गवाल, विनोद शर्मा कुंसल, बलबीर सिंह राणा चौबीन व कुलदीप सिंह घिरथोली आदि वरिष्ठ सैनिक मौजूद रहे।