साढ़े 35 वर्ष वन विभाग में नौकरी करने के उपरांत रामपाल कुटलैहड़िया डिप्टी रेंजर पद से सेवानिवृत्त
अजय कुमार, बंगाणा, साढ़े 35 वर्ष वन विभाग, जिला ऊना में सराहनीय कार्य करने के उपरांत रामपाल कुटलैहड़िया ब्लाॅक अधिकारी (डिप्टी रेंजर) पद से सेवानिवृत्त हो गए। रामपाल कुटलैहड़िया का जन्म 7 जून 1965 को गांव कोटला खास, डाकघर धुंधला, तहसील बंगाणा, जिला ऊना के स्थाई निवासी सूरम सिंह और पत्नी स्वर्गीय रोशनी देवी के घर हुआ था। रामपाल कुटलैहड़िया ने दसवीं तक की शिक्षा राजकीय उच्च पाठशाला धुंधला से पास की। उसके उपरांत उन्होंने ऊना मुख्यालय से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त किया। परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत रामपाल कुटलैहड़िया ने पहली जनवरी 1988 मे कुटलैहड़ रियासत के तत्कालीन राजा स्वर्गीय राजा महेंद्र पाल के पास नौकरी करना आरंभ कर दी। 7 मई 1989 को रामपाल कुटलैहड़िया गांव राजली बनियाला, डाकघर लठियाणी, तहसील बंगाणा, जिला ऊना के स्थाई निवासी टेक चंद और संध्या देवी की सुपुत्री स्नेहलता के साथ शादी के बंधन में बंध गए। उनका एक बेटा और बेटी है, जोकि शादीशुदा हैं।
कुटलैहड़ रियासत की भूमि प्रदेश सरकार आने के बाद वन विभाग के बंगाणा, भरमौत, सैली, ठेठू, गैहरा ग्रां सतरूखा, सोलहसिंगी, मतोह, परोइयां, मंदली, पंडोगा, धार गुज़रां में बतौर वन रक्षक सेवाएं दीं।
21 जनवरी 2019 को वन रक्षक से पदोन्नत होने के बाद रामपाल कुटलैहड़िया ने ब्लाॅक अंब में बतौर डिप्टी रेंजर ज्वाइन किया। उसके उपरांत तलमेहड़ा, थानाकलां एवं रायपुर में बतौर ब्लाॅक अधिकारी (डिप्टी रेंजर) अपनी सेवाएं दीं।
रामगढ़ रेंज के रेंजर अश्विनी कुमार और समस्त स्टाफ ने वन विभाग कार्यालय खुरवाईं में रामपाल कुटलैहड़िया को उनकी सेवानिवृत्ति पर विदाई पार्टी दी। रेंजर अश्वनी कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि डिप्टी रेंजर रामपाल कुटलैहड़िया ने समस्त साथियों के साथ मिलकर काम किया। वन विभाग रामपाल कुटलैहड़िया की बेहतरीन सेवाओं को सदैव याद रखेगा। उन्होंने कहा कि ईश्वर रामपाल कुटलैहड़िया और उनके परिवार को हमेशा स्वस्थ एवं खुश रखे। विदाई समारोह में वन विभाग ने रामपाल कुटलैहड़िया को स्मृति चिन्ह भेंट किया। आयुर्वेदिक फार्मेसी ऑफिसर तरसेम लाल ने रामपाल कुटलैहड़िया को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
