March 11, 2025

नशा मुक्त भारत विषय पर रैली की किया आयोजन

कालका, प्रेरणादायक प्रार्थना एवं राष्ट्रीय गीत के साथ राजकीय महाविद्यालय कालका के एन एस एस शिविर के पांचवे दिन का शुभारंभ हुआ। सभी स्वयंसेवको ने योगाभ्यास किया जिसमे वज्रासन, पद्मासन, त्रिकोणासन, हलासन, शीर्षासन, गोमुखासन इत्यादि शामिल थे।

शिविर में योगाभ्यास के बाद प्रोफ़ेसर सोनू ( राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्य प्रभारी) ने सभी स्वयंसेवको का उत्साह बढ़ाया।
नाश्ते के बाद सभी स्वयंसेवको ने रैली आयोजित की। स्वयंसेवको ने नशा मुक्त भारत विषय पर रैली का के आयोजन किया। नज़दीकी गाँव मे शिव कंप्लेक्स में कुछ स्वयंसेवको ने नुक्कड़ नाटक के मध्यम से स्थानीय निवासीयो को नशे के नुकसान बताए।

डॉ.प्रदीप कुमार ने सभी ग्रामीणों को नशे से ग्रस्त युवाओ की स्तिथि बताई और बताया की कैसे वह नशे से मुक्ति पा सकते है । रैली से आने के बाद सभी स्वयंसेवको ने दोपहर
भोजन के बाद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाई गयी।

डॉ. बिंदु ने सभी स्वयंसेवको को ‘जलवायु परिवर्तन’ के खतरे से आगाह करवाया। उन्होंने हमें बताया की जलवायु परिवर्तन मानवजाति के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। उन्होंने हमे बताया की कैसे हम जलवायु परिवर्तन मे अपनी हिस्सेदारी को कम कर सकते है। उन्होंने हमे कचरे के प्रबंधन के बारें मे बताया की कैसे हम रसोई के कचरे से खाद बना सकते है।

शाम को प्रोफ़ेसर आनंद ( राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय) शिविर का दौरे पर आये एवं शिविर मे हो रही गतिविधियों का मुआइना लिया। डॉ. सरिता एवं प्रोफ़ेसर सोनू ( कार्यक्रम प्रभारी, राष्ट्रीय सेवा योजना ) , डॉ. प्रदीप , डॉ. बिंदु , डॉ. इंदु एवं सभी स्वयंसेवको ने उनका स्वागत किया। डॉ. प्रदीप कुमार ने शिविर मे हो रही सभी गतिविधियों से उन्हे अवगत करवाया। प्रोफ़ेसर आनंद ने सभी सवयंसेवको से राष्ट्रीय सेवा के विषय मे चर्चा की एवं शिविर मे हो रही सभी गतिविधियों के बारें मे पूछा। उन्होंने हमे राष्ट्रीय सेवा के लिए बहुत ही प्रेरणादायक बातें बताई। उन्होंने हमें बताया की कैसे हम वर्ष भर मे आने वाली महत्वपूर्ण तिथियों पर अपना भाषण तैयार कर सकते है। उन्होंने यह भी बताया की कैसे सात दिवसीय शिविर के से हम स्वयंसेवक अपनी कमजोरियों पर काबू पा सकते है । उन्होंने हमें शिविर और सेवा से संबंधित बहुत ही प्रेरणादायक बातें बताई। इसके बाद डॉ. सरिता ने उनके समक्ष धन्यवाद प्रस्ताव रखा। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। शिविर का यह दिन और भी उत्साहापूर्ण रहा।