भारतीय संस्कृति में भाई बहन के बीच के सुन्दर व पवित्र रिश्ते को दर्शाता है रक्षाबंधन
गगरेट, सुखविंदर, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से स्थानीय आश्रम गौतम नगर होशियारपुर में भाई बहन के पवित्र रिश्ते को दर्शाते रक्षाबंधन के पर्व पर अपने विचारों को रखते हुए श्री आशुतोष जी महाराज की शिष्या साध्वी सुश्री रुक्मणि भारती ने कहा कि भारतीय संस्कृति में भाई बहन के बीच सुन्दर व पवित्र नाता है। उन्होनें कहा के जब भी रक्षा का प्रश्न उठता है तो भाई बहन के बीच सुन्दर रक्षाबंधन संकेत है के दोनों सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना करते है। भाई वचन देता है रक्षा का और बहन प्रार्थना करती है भाई की सुरक्षा की, यह सूत्र हमें याद दिलाता है कि हम ईश्वर के बंधन में बंध जाएं जो सर्वशक्तिमान हमारी हर परिस्थिति में रक्षा करता है जैसे श्री कृष्ण ने बहन द्रौपदी की रक्षा की थी।
आगे साध्वी जी ने कहा कि आज के परिवेश में रक्षाबंधन का त्यौहार मात्र एक औपचारिकता बनकर ही रह गया है। आज भाइयों की कलाई पर सूत के धागे तो दिखाई देते है परन्तु इन धागों के पीछे छिपा प्यार, सम्मान, मर मिटने की भावना कही लुप्त सी हो गई है। आज के इस लेन-देन के युग में बहुत से भाई ऐसे हैं जो बहन के लिए मर मिटना तो दूर बल्कि उसकी अस्मिता का ही सौदा करने में हिचकिचाते नहीं। ऐसे स्वार्थी भाईयों से कई गुना अच्छे तो वे भाई है जिनसे हमारा खून का रिश्ता तो नही हैं परन्तु फिर भी वे भाई होने का सही अर्थों में फर्ज निभा रहें है। देश की सीमाओं पर खड़े ये योद्धा और फौजी भाई जो अपनी खुद की बहनों से तो बहुत दूर है पर सीमाओं पर खड़े रहकर पूरे भारत की बहनों की रक्षा कर रहें हैं। सच्चे अर्थों में राखी के हकदार वही हैं। देश की सारी बहनें व माताए इनकी सदा कर्ज़दार रहेगी। इस अवसर पर उन्होनें ये भी कहा कि हम भी राखी के महान पर्व से परिचित हों तभी राखी का त्यौहार सही अर्थो में हम मना पाएगे और तभी भाईयों की कलाई पर बन्धे सूत के धागे त्याग, स्नेह, प्रेम और बलिदान के साक्षी बन पाएगें। इस अवसर पर साध्वी पूनम भारती, साध्वी वसुधा, साध्वी प्रियंका भारती ने भजन का गायन किया।राखी के पावन पर्व पर भारी संख्या में संगत ने पहुँचकर साध्वी बहनों से राखी बंधवाई ।
