पंजाब स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं की सम्मानजनक प्रसूति देखभाल करने के लिए वचनबद्धः डाक्टर बलबीर सिंह

पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय मिडवाईफ दिवस के मौके पोस्टर किया जारी
राज घई, चंडीगढ़, अंतरराष्ट्रीय मिडवाईफ दिवस के मौके पर पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने दुनिया भर में प्रसूति और नवजात बच्चों की देखभाल में मिडवाईवज द्वारा डाले गये योगदान की सराहना की और प्रसूति देखभाल प्रदान करने में उनकी अहम भूमिका पर ज़ोर दिया। अंतरराष्ट्रीय मिडवाईफ दिवस का इस साल का विषय ‘टुगेदर अगेनः फ्रॉम ऐवीडैंस टू रिऐलटी’ है, जो कि आगामी 33वीं आईसीऐम ट्राईनिअल कांग्रेस की तरफ इशारा है, जहाँ पाँच सालों से अधिक समय में पहली बार ग्लोबल मिडवाईफ भाईचारा इकट्ठा होगा। डॉ. बलबीर सिंह ने प्रसूति से पहले की जांच और प्रसूति के लिए स्वास्थ्य संभाल केन्द्रों में आने वाली सभी गर्भवती महिलओं को प्रसूति सम्बन्धी देखभाल को बहुत ही सम्मानजनक और उचित ढंग के साथ चलाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “यह हर महिला और उसके बच्चे का अधिकार है कि उसकी पूर्ण आज़ादी और स्वायत्ता को बरकरार रखते हुए उसकी देखभाल की जाये और उसके साथ पूरे सम्मान और ध्यान के साथ पेश आया जाये। ज़िक्रयोग्य है कि डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं (परिवार भलाई) डॉ. रविन्द्र पाल कौर ने अंतरराष्ट्रीय मिडवाईफ दिवस के मौके पर प्रसूति और शिशु देखभाल में दाईयों की भूमिका को सम्मानित करते हुये पोस्टर जारी किये। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने पटियाला में नेशनल मिडवाईफरी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एन. एम. टी. आई.) की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि मिडवाईफरी के नेतृत्व वाली जन्म से पहले की देखभाल के लिए एक यूनिट स्थापित किया गया है और नौ मिडवाईफरी ऐजूकेटरों का पहला बैच जोकि पहले ही कार्यशील है, जबकि 30 मिडवाईफरी ऐजूकेटरों के दूसरे बैच की चयन प्रक्रिया चल रही है। इस मौके पर मौजूद स्टेट प्रोग्राम अफ़सर (एमसीएच) डॉ. इन्द्रदीप कौर ने बताया कि इस प्रोग्राम के अंतर्गत तीन और राज्य मिडवाईफरी ट्रेनिंग संस्थाएं कार्य अधीन हैं और इस सम्बन्धी प्रक्रिया चल रही है। इन सभी सुविधाओं के लेबर रूम के नज़दीक मिडवाईफरी के नेतृत्व वाले केयर यूनिट स्थापित किये जाएंगे और पटियाला के माता कौशल्या अस्पताल में राज्य में ऐसा पहला यूनिट स्थापित किया गया है, जोकि मिडवाईफ में नर्स प्रैक्टीशनरों और नवजात बच्चों की तंदुरुस्ती के लिए टिकाऊ विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक सम्मानजनक ढंग के साथ कुशल, माताओं, प्रजनन और नवजात बच्चों से सम्बन्धित स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करेगा।