पंजाब सरकार ने राज्य के खिलाड़ियों को दिया उचित सम्मान – हरजोत बैंस
गुरु सहबान ने शुरू की अखाड़ों की परंपरा – कैबिनेट मंत्री
भल्ला के छिंज मेले में कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने शिरकत की
सचिन सोनी, श्री आनंदपुर साहिब, खेल के मैदानों में आंसुओं की वापसी से हमारे युवाओं को नया मार्गदर्शन मिल रहा है। गुरु सेहबान ने अखाड़ों की परंपरा भी शुरू की, जिसके माध्यम से कोई भी शारीरिक फिटनेस और मानसिक विकास का मार्ग अपना सकता है। उनसे मिली सीख से आज कुश्ती दंगल छिंज मेलों में कई पंजाबी युवा हैं। पंजाब के स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण और उच्च शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस कैबिनेट मंत्री ने ग्राम पंचायत और एनआरआई के सहयोग से भल्ली में शहीद भगत सिंह दंगल कमेटी द्वारा आयोजित छिंज मेले के अवसर पर ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से गांव के खेल के मैदानों में रौनक लौट रही है, यह इस बात का प्रतीक है कि प्रदेश का युवा शारीरिक और मानसिक फिटनेस को प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पंजाब सरकार ने पंजाब के कुछ युवाओं को नशे की दलदल से बाहर निकालने में सफलता हासिल की है, उसी तरह राज्य के सभी युवाओं ने अपना रुख खेल मैदानों की ओर कर दिया है। आज खेल मेलों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में युवाओं, बालकों, बालकों विशेषकर महिलाओं की भागीदारी से ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने गांवों में राज्य की समृद्धि बहाल कर दी है। आज हम ऐसे खेल मेलों का आयोजन करके अपने जीवन को पटरी पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं आयोजित करने वाले संगठन, क्लब, संस्थाएं, गणमान्य व्यक्ति बधाई के पात्र हैं। जिन्होंने इस रोनका को वापस लाने में बड़ी भूमिका निभाई है। इस मौके पर उन्होंने छिंज कमेटी को एक लाख और गांव के सरकारी स्कूल को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस मौके पर जानकारी देते हुए शहीद भगत सिंह दंगल कमेटी के अध्यक्ष नौरंग सिंह, सचिव प्रिंस गुरनाम सिंह भल्ली, उपाध्यक्ष वरजीत सिंह लक्की, कैशियर सुखवंत सिंह, शमशेर सिंह राणा आदि ने बताया कि छिंझ मेला आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य युवाओं को बचाना है। नशे से।K का अर्थ है खेलों के प्रति प्रेरित करना और गांव की खुशहाली और सबकी भलाई की कामना करना। इस अवसर पर आयोजित छिंज प्रतियोगिता में कालू बाढोवाल ने प्रवीन कुहाली को हराकर प्रथम पुरस्कार पर कब्जा किया। विजेता को हरप्रीत सिंह पुत्र हिम्मत सिंह और कैप्टन सुच्चा सिंह गिरां के परिवार और दंगल कमेटी द्वारा पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया। दूसरे स्थान के विजेता को इस अवसर पर आयोजित बड़ी प्रतियोगिता को छिंज कमेटी अध्यक्ष नोरंग सिंह के परिवार द्वारा विशेष रूप से 31 हजार की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया। इस मौके पर बाबा गुरचरण सिंह बेइहारा, रविंदर सिंह बिट्टू बाबा, वरिष्ठ नेता डॉ. संजीव गौतम, सोहन सिंह बैंस, दीपक सोनी मीडिया कोऑर्डिनेटर, ब्लॉक समिति चेयरमैन राकेश मेहलवां, राकेश वर्मा भल्ली ब्लॉक अध्यक्ष, रोहित कलियां अध्यक्ष ट्रक यूनियन, पम्मू ढिलो ब्लॉक अध्यक्ष, जसपाल सिंह ढाहे ब्लॉक अध्यक्ष, जग्गा बाहलू, गुरजिंदर सिंह शोकर, जगजीत सिंह जग्गा, दलजीत सिंह काका नंगारां, नितिन पुरी भलान, नितन शर्मा, सरपंच हरपाल सिंह, शहीद भगत सिंह दंगल कमेटी के अध्यक्ष नोरंग सिंह झांगड़ा, वर्जीत सिंह लक्की, सुखवंत सिंह तंबर कैशियर, चन्नन सिंह सधरा, संतौख सिंह गिल, अमरीक सिंह, समशेर सिंह राणा, महिंदर सिंह दयाल, मनु पुरी, अजय कुमार, दर्शन सिंह, सरबन सिंह भठल , हरजाप सिंह भलरू, कैप्टन सुच्चा सिंह, गुरदीप सिंह फौजी, मनिंदर सिंह, सुखदेव सिंह फौजी, हरजिंदर सिंह नंबरदार, बाबा प्रेम सिंह, सुरजीत सिंह पात्रा, बलवंत सिंह पंच, कमल सिंह, सीतल सिंह, दिलबाग सिंह गिल, सतवीर सिंह गिल के अलावा अवतार सिंह, पम्मन अणखी, शिव कुमार, बिकर सिंह सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे।
