होलिका दहन और दाह संस्कार से भी प्रदूषण: सपा सांसद
नई दिल्ली, समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने शुक्रवार को होलिका दहन पर अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रदूषण पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाएगा। मोहनलाल गंज से लोकसभा सांसद ने यह भी कहा कि देश में प्रदूषण कम करने के लिए पेड़ लगाना ही एकमात्र उपाय नहीं है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से प्रदूषण कम नहीं होगा, यह एक बहुत बड़ा मुद्दा है। होलिका दहन के दौरान कौन सी गैस निकलती है? कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। इसलिए, अगर हम हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखेंगे, तो प्रदूषण पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाएगा।
चौधरी ने कहा कि शवों को जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी गैसें निकलती हैं, जो प्रदूषण में बहुत योगदान देती हैं। उन्होंने होलिका दहन त्योहार का भी जिक्र करते हुए कहा कि वायु प्रदूषण का मुद्दा धर्म से नहीं, बल्कि पर्यावरण से जुड़ा है। उन्होंने एक समाचार एजेंसी से कहा कि शवों को जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती हैं, जिससे वातावरण में ऑक्सीजन कम हो जाती है। होलिका दहन के दौरान भी होलिका दहन में कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती हैं। हमारा देश वायु प्रदूषण को लेकर गंभीर नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी ने चौधरी की टिप्पणियों को लेकर समाजवादी पार्टी की कड़ी आलोचना की है। भगवा पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चौधरी पर हमला बोलते हुए कहा कि चौधरी को अपना धर्म बदल लेना चाहिए। भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने भी चौधरी की आलोचना करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद वायु प्रदूषण के मुद्दे पर हिंदुओं पर हमला करना चाहते हैं।
