सहकारी क्षेत्र आर्थिकी सुदृढ़ीकरण और सामाजिक सशक्तिकरण का मज़बूत आधार: मुकेश अग्निहोत्री
सोलन, कमल जीत: उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सहकारी क्षेत्र आर्थिकी सुदृढ़ीकरण और सामाजिक सशक्तिकरण का मज़बूत आधार है। मुकेश अग्निहोत्री आज यहां 1.85 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित श्री लक्ष्मी सिंह व्यवसायिक परिसर का लोकार्पण करने के उपरांत जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे।
इससे पूर्व उप मुख्यमंत्री की अगुवाई में दो मिनट का मौन रखकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को एक कायरतापूर्ण हमले में मृत दिवंगत आत्माओं को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की गई और उनकी आत्मिक शांति के लिए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की गई।
मुकेश अग्निहोत्री ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत ही दुःखद है। उन्होंने कहा कि हमलावरों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के लिए कांग्रेस पार्टी केन्द्र सरकार के साथ है। उन्होंने कहा कि हमारा देश किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम है। उन्होंने आशा जताई कि केन्द्र सरकार शीघ्र ही आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करेगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सहकारी समितियों का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है तथा लगभग एक हजार से अधिक सहकारी समितियों को कम्प्यूटरीकृत कर दिया गया है शेष का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि शीघ्र प्रदेश की सभी सहकारी समितियां ऑनलाइन होगी। उन्होंने सभी से सहकारी समितियों को सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने प्रदेश के सहकारी क्षेत्र में कार्यरत बैंकों को सहयोग देने का भी आग्रह किया। उन्होंने सहकारी समितियों से जुड़े सभी व्यक्तियों से आग्रह किया कि पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करते रहें और आमजन के विश्वास के आधार पर सहकारी क्षेत्र को और मज़बूत बनाएं।
उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन देश भर में सबसे पहले हिमाचल प्रदेश में आरम्भ किया गया था। ऊना ज़िला के निवासी हीरा सिंह द्वारा भारत की पहली सहकारी सोसायटी आरम्भ की गई थी। उन्होंने कहा कि हिमाचल की पहचान शॉल व टोपी को विश्व में प्रसिद्धि दिलवाने वाला भुट्टिकों ब्रांड भी सहकारी क्षेत्र की देन है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सहकरी क्षेत्र शिक्षा एवं दुग्ध उत्पादन के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार व स्वरोज़गार के अनेक अवसर सृजित कर रहा है। ऊना में प्रदेश का पहला विधि महाविद्यालय तथा बिलासपुर में दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में सहकारी समितियों का विशिष्ट योगदान हैं। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में आय का मुख्य आधार सहकारी कारोबार है। महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में सहकारी क्षेत्र आर्थिकी को सम्बल प्रदान कर रहा है।
