मोहाली हादसा: बिल्डिंग मालिकों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या के आरोप में केस दर्ज
मोहाली: पंजाब के मोहाली में शनिवार को एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के गिरने से बड़ा हादसा हुआ। घटना के बाद यहां एनडीआरएफ और सेना की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। मलबे में दबे 5 लोगों में से एक लड़की को रात में निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। आज सुबह एक और शव मिलने का भी समाचार मिला है। तीन अन्य लोगों के बिल्डिंग के मलबे में फंसे होने की संभावना हैं। मलबे में सीवरेज का पानी भर जाने के कारण अन्य लोगों के जीवित मिलने की संभावनाएं भी कम होती जा रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने लोगों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहाली के कार्यवाहक डिप्टी कमिश्नर विराज एस तिड़के ने बताया कि मृतक लड़की दृष्टि वर्मा (20) हिमाचल प्रदेश के ठियोग की रहने वाली थी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
मोहाली में यह हादसा शनिवार शाम 4:30 बजे हुआ। एनडीआरएफ और सेना की टीमें रातभर मलबा हटाने में लगी रहीं। इसके लिए जेसीबी मशीनों और अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है। साइट पर पानी भर जाने से रेस्क्यू में मुश्किलें बढ़ गई हैं। डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम भी मौके पर मौजूद है।
हादसे में बाल-बाल बचे जिम ट्रेनर ने बताया कि बिल्डिंग के तीन फ्लोर पर जिम था, जबकि ऊपर के दो फ्लोर पर लोग किराए पर रहते थे। हादसे के वक्त जिम में कम लोग मौजूद थे। रविवार को एक महिला अपने पति को ढूंढते हुए मौके पर पहुंची। उसका पति जिम करने आया था और हादसे के बाद से उसका फोन बंद है।
पंजाब पुलिस ने बिल्डिंग मालिक परविंदर सिंह और गगनदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एसएसपी दीपक पारीक ने बताया कि दोनों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या समेत लापरवाही की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, धरासायी हुई बिल्डिंग करीब 10 साल पुरानी थी। इसके बगल में बेसमेंट की खुदाई चल रही थी, जिससे इमारत की नींव कमजोर हो गई और यह हादसा हुआ।
