ब्लड शुगर कंट्रोल करने और डायबिटीज से बचाने में असरदार है आम
नई रिसर्च में दावा
एक नए शोध से पता चलता है कि ताजा आम ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने में एक उपयोगी फल हो सकता है। फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर, आम इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं और ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं, खासकर अधिक वजन वाले या मोटे व्यक्तियों में।एक अध्ययन में अन्य समान कैलोरी वाले स्नैक्स की तुलना में रोजाना आम के सेवन से इंसुलिन प्रतिक्रिया में सुधार हुआ और शरीर का वजन स्थिर रहा। हालांकि आम में प्राकृतिक शुगर होती है। बैलेंस्ड डाइट में इसका सीमित सेवन चयापचय स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। रोजाना अपनी डाइट में ताजा आम शामिल करने से ब्लड शुगर कंट्रोल और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का एक स्वादिष्ट और पौष्टिक तरीका मिल सकता है। ये लाभ डायबिटीज की रोकथाम और प्रबंधन को लक्षित करने वाली आहार रणनीतियों में आम को एक आशाजनक विकल्प बनाते हैं।एक ताजा रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अगर आप रोजाना सुबह नाश्ते में एक आम खाते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर बेहतर कंट्रोल में रह सकता है। नेशनल डायबिटीज फाउंडेशन ने एक 8 हफ्ते की स्टडी की। इसमें टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित कुछ लोगों को दो ग्रुप में बांटा गया। एक ग्रुप को रोज सुबह नाश्ते में एक छोटा सफेदा या दशहरी आम खाने को दिया गया जबकि दूसरे ग्रुप ने उतने ही वजन की सफेद ब्रेड खाई।
जब स्टडी पूरी हुई तो हैरान करने वाले नतीजे सामने आए। जिन लोगों ने आम खाया था उनका ब्लड शुगर लेवल काफी कम हो गया था। इसके अलावा उनके शरीर ने इंसुलिन का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना भी शुरू कर दिया था। इसका मतलब है कि आम खाने से इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ी जिससे शरीर को ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में ज्यादा मदद मिली। आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स सफेद ब्रेड (70-75) की तुलना में काफी कम था जो ध्यानपूर्वक सेवन करने पर ग्लाइसेमिक नियंत्रण के लिए आम को एक अनुकूल विकल्प के रूप में सामने आया ह।
ब्लड शुगर के लाभों के अलावा आम का नियमित सेवन बेहतर पाचन, कोलेस्ट्रॉल कम करने, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार, मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली और ऑक्सीडेटिव तनाव में कमी में भी फायदेमंद बताया गया है। ये लाभ आम में मौजूद उच्च फाइबर सामग्री, मैंगिफेरिन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ए, सी और ई सहित महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों से प्राप्त होते हैं। इसके अलावा, आम रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर और ट्राइग्लिसराइड्स को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जिससे हृदय और चयापचय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
स्वास्थ्य जोखिम:
आपको बता दें ये इलाज नहीं बल्कि एक सहायक डाइट ऑप्शन है। हालांकि आम कई पोषण संबंधी लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसे डायबिटीज के इलाज के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। अपने कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और प्राकृतिक शुगर के कारण अत्यधिक या असंतुलित आम का सेवन ब्लड शुगर में वृद्धि का कारण बन सकता है, खासकर डायबिटीज वाले लोगों में।
डायबिटीज के मरीज आम खाते समय इन बातों का रखें ध्यान!
आम खाने से भले ही ब्लड शुगर कंट्रोल होने में मदद मिलती है, लेकिन फिर भी इसे खाते समय कुछ सावधानियां बरतनी बहुत ज़रूरी हैं। आम में मिठास तो होती है, पर इसमें फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और कई ज़रूरी विटामिन भी होते हैं।
एक्सपर्ट्स की सलाह: कम मात्रा में खाएं, एक बार में बहुत ज्यादा आम खाने से बचें।
सही चीजों के साथ खाएं: आम को सिर्फ अकेला न खाकर, इसे प्रोटीन या किसी हेल्दी फैट वाली चीज के साथ खाएं। जैसे, आप इसे दही या नट्स के साथ ले सकते हैं। इससे शुगर धीरे-धीरे अवशोषित होती है और ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता।
खाली पेट न खाएं: सुबह-सुबह या खाली पेट आम खाने से बचें। इसे नाश्ते के बाद या खाने के साथ लें।
साबुत आम को चुनें: आम का जूस पीने की बजाय पूरा फल खाएं। जूस में अक्सर ज्यादा चीनी होती है और फाइबर कम होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है।
