लोक संस्कृति और त्योहारों की परंपरा बनाए रखना सांझी उत्सव का मुख्य उददेश्य : डीआईपीआरओ
झज्जर, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा व हरियाणा लोक कला संघ रोहतक के संयुक्त तत्वावधान में सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा के महानिदेशक डा. अमित कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक रोहतक स्थित एंडी स्टूडियो में सांझी उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। सांझी उत्सव का उद्देश्य हमारी परंपरा और त्योहार को पुनर्जीवित करना है ताकि युवा और भावी पीढ़ियों के लिए समक्ष सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया जा सके। यह जानकारी डीआईपीआरओ सतीश कुमार ने दी। डीआईपीआरओ ने कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सांझी प्रतियोगिता का आयोजन रोहतक में किया जा रहा है। जिसमें राज्यभर की महिला कलाकार भाग ले सकेंगी। विजेता महिला कलाकारों को प्रथम पुरस्कार 51 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार 31 हजार रुपए तथा तृतीय पुरस्कार 21 हजार सहित 11 हजार -11 हजार रुपए के दो सांत्वना पुरस्कार दिए जाएंगे। इस नौ दिवसीय उत्सव में सांझी के गीत व सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि सांझी हरियाणा की लोक पारंपरिक कला का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो महिलाओं द्वारा नवरात्रों के दौरान दीवारों पर बनाई जाती हैं। वर्तमान में यह कला गांव से लुप्त होती जा रही है। इस कला को जीवित रखने के लिए कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर से प्रतिवर्ष हर साल सांझी उत्सव तथा प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाता है, जिसमें महिलाएं बढ़-चढ़ कर भाग लेती हैं। डीआईपीआरओ ने बताया कि सांझी प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसकी अंतिम तिथि 10 अक्टूबर 2023 है। पंजीकरण कराने के लिए मोबाइल नंबर 8847246522, 9812069014, 7888487901 पर व्हाट्सएप तथा ई-मेल artandculturalaffairshry@gmail.com पर नाम, पता, आयु, फोन नंबर तथा आधार कार्ड की प्रति भेज कर आवेदन किए जा सकते हैं। उन्होंने महिला कलाकारों से सांझी उत्सव में बढ़चढ़ कर भागीदारी करने का आह्वान किया।
