बेअदबी पर कानून भी स्टंट साबित होगा : प्रो. ख्याला
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अमृतसर, पंजाब की भगवंत मान सरकार द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब और अन्य धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामलों में सख्त सज़ा वाले कानून को लाने हेतु पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और सिख चिंतक प्रो. सरचंद सिंह ख्याला ने कहा, “अगर यह सत्र लोगों की धार्मिक भावनाओं और आस्था की रक्षा के लिए एक प्रभावशाली कानूनी ढांचा लाने की ईमानदार कोशिश है, तो यह कदम स्वागत योग्य है। लेकिन इससे पहले लोग मान सरकार से यह ज़रूर जानना चाहते हैं और सरकार को बताना होगा कि 2015 से 2025 तक धारा 295, 295ए या 153ए (जिसके तहत 2 से 3 साल की सजा और जुर्माना होता है) के तहत दर्ज 300 से अधिक मामलों में सरकार ने अब तक कितनों को सजा दिलवाई है? अगर जवाब ‘अज्ञात’ या 8-10 मामूली मामलों तक सीमित है, तो हम कैसे विश्वास कर सकते हैं कि सख्त सज़ा का प्रस्तावित बिल किसी ईमानदार सोच से प्रेरित है? क्या यह ‘आप’ का कोई राजनीतिक और चुनावी स्टंट नहीं है और क्या इसके जरिए धार्मिक व भावनात्मक कार्ड नहीं खेला जा रहा? क्या यह 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुके कर्ज़ और हर मोर्चे पर सरकार की विफलता से लोगों का ध्यान भटकाने की साज़िश नहीं है?