July 23, 2025

जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा

राष्ट्रपति को भेजा भावुक पत्र

नई दिल्ली।, भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अंतर्गत राष्ट्रपति को एक औपचारिक पत्र भेजकर अपना त्यागपत्र सौंपा। पत्र में उन्होंने कहा है कि चिकित्सकीय सलाह का पालन करने और स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने के लिए उन्होंने यह निर्णय लिया है। धनखड़ के इस्तीफे की खबर के साथ ही देश की राजनीति में हलचल मच गई है। हालांकि अभी तक राष्ट्रपति भवन या प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और संसद के प्रति जताई गहरी कृतज्ञता
अपने त्यागपत्र में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए लिखा : “स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से, भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूँ।”
उन्होंने राष्ट्रपति के साथ अपने “सुखद और अद्भुत कार्य संबंधों” के लिए आभार व्यक्त किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “अमूल्य सहयोग और समर्थन” के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा : “प्रधानमंत्री जी का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है, और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ सीखा है।”
सांसदों के स्नेह और लोकतांत्रिक अनुभवों को बताया अमूल्य
धनखड़ ने संसद के दोनों सदनों के माननीय सदस्यों का भी विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा : “सभी माननीय संसद सदस्यों से मुझे जो गर्मजोशी, विश्वास और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरी स्मृति में रहेगा।”
उपराष्ट्रपति ने अपने कार्यकाल को “महान लोकतांत्रिक अनुभव और अंतर्दृष्टि से भरपूर” बताते हुए इसे एक अविस्मरणीय जिम्मेदारी कहा।
भारत की आर्थिक प्रगति को बताया ‘संतोषजनक अनुभव’
धनखड़ ने भारत की हालिया प्रगति को रेखांकित करते हुए कहा : “भारत की उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति और अभूतपूर्व घातीय विकास को देखना और उसमें भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य और संतुष्टि की बात रही है।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के इस “परिवर्तनकारी युग में सेवा करना” उनके जीवन का सच्चा सम्मान रहा।