December 22, 2025

चिन्हित अपराध के तहत आने वाले मामलों की गहनता से करें जांच : डीसी

डीसी कैप्टन शक्ति सिंह व एसपी डा अर्पित जैन ने चिन्हित अपराध योजना की ली समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

झज्जर, चिन्हित मामलों में अपराधी को सजा दिलवाने के लिए संबंधित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। निरंतर एक-दूसरे के संपर्क में रहकर केस को माननीय अदालतों में सबूतों के साथ मजबूती से पैरवी करने की जरूरत है। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने लघु सचिवालय में आयोजित चिन्हित अपराध योजना की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डा अर्पित जैन भी मौजूद रहे। डीसी ने कहा कि अपराधी को सजा मिलने पर समाज मेंं सकारात्मक संदेश जाता है और अपराध की प्रवृत्ति कम होती है। ऐसे अपराध जो चिन्हित अपराध की श्रेणी में शामिल किए जाते हैं , पुलिस विभाग उनकी प्राथमिकता के आधार पर पूरी गहनता से जांच कर रिपोर्ट तैयार करें। ऐसे मामलों की जांच संबंधित पूरी प्रक्रिया की रिपोर्ट बारे उपायुक्त कार्यालय को अवश्य अवगत करवाया जाए। डीसी ने बैठक में केसों से संबंधित बचाव, साक्ष्य और तकनीकी कानूनी पहलुओं बारे विचार विमर्श किया । उन्होंने कहा कि चिन्हित अपराध में कोर्ट में जाने से पहले अच्छी तरह जांच कर रिपोर्ट बनाएं। उन्होंने कहा कि प्राय: देखने में आया है कि कोर्ट में पैरवी और साक्ष्यों के अभाव में कई बार अपराधी बच जाते हैं। इसलिए कानूनी तकनीकी और विभिन्न प्रकार के केसों में साक्ष्यों के बचाव और उनकी सुरक्षा तथा कानूनी पहलुओं द्वारा मजबूत पैरवी संबंधित अधिकारियों द्वारा की जानी चाहिए। डीसी ने जिला न्यायवादी को निर्देश देते हुए कहा कि माननीय अदालतों में पैरवी से पहले केस का अच्छी तरह अध्ययन कर साक्ष्यों को भी जांच लें। उन्होंने जिला न्यायवादी को चिन्हित अपराध योजना के मामलों पर की गई कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि पोक्सो,जेजे एक्ट, एनडीपीएस कमर्शियल, एमटीपी, पीसी-पीएनडीटी एक्ट सहित अन्य अति गंभीर श्रेणी के मामले चिन्हित अपराध के तहत आते हैं। इस अवसर पर जिला न्यायवादी अशोक बागड़ी,सिविल सर्जन डा ब्रह्मदीप सिंह,डीआईपीआरओ सतीश कुमार,एडीए पारूल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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