जल संरक्षण में महिलाओं का अहम योगदान : इंद्रजीत
1 min readनारनौल, 9 नवंबर। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन की ओर से ग्राम पंचायत भांखरी में आज सरपंच शारदा देवी की अध्यक्षता में ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों का प्रशिक्षण कार्यक्रम व जल चौपाल का आयोजन किया। विभाग के खंड संसाधन संयोजक इंद्रजीत ने बताया कि जल संरक्षण में महिलाओं का काफी अहम योगदान है क्योंकि घरेलू कार्यों से संबंधित कार्यों में महिलाओं द्वारा जल का प्रयोग किया जाता है और एक बच्चा अपनी मां से प्रथम शिक्षा सीखता है इसलिए महिलाओं द्वारा अपने व्यवहार में जल संरक्षण को शामिल करते हुए अपने बच्चों को भी प्रेरणा देनी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रहे। इसके अतिरिक्त ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के अधिकार एवं कर्तव्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के तहत सभी को स्वच्छ पेयजल का अधिकार और आज जल उपलब्धता की समस्या के साथ-साथ इसकी गुणवत्ता को बनाए रखना भी एक चुनौती बन गई है। कुछ लोग की नासमझी के कारण पेयजल कनेक्शन नालियों के अंदर होते हैं और कुछ पेयजल कनेक्शन पर टूंटी भी नहीं लगाते जो की जल की बर्बादी के साथ ही पेयजल दूषित होने का कारण बनता है इसलिए पेयजल प्रबंधन में समिति के सदस्यों के साथ-साथ सभी की भूमिका जरूरी है ताकि जल जीवन मिशन योजना के तहत सभी को स्वच्छ पेयजल मिले। इसके लिए जरूरी है की सभी उपभोक्ताओं को अपने पेयजल कनेक्शन सुरक्षित करते हुए इसमें सहभागिता करनी चाहिए और जल स्त्रोतों के पास गंदगी नहीं डालनी चाहिए ताकि जल संरक्षण के साथ-साथ डायरिया जैसी जल जनित बीमारियों से बचा जा सके। इसके साथ ही उपभोक्ता पेयजल संबंधित शिकायत के लिए विभाग के टोल फ्री नंबर 18001805678 पर भी अपनी समस्या दर्ज करवाने के साथ साथ पेयजल की जांच जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की लैब में करवा सकते है। इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों ने पेयजल व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए संकल्प लिया।