भारत ने साल 2023-24 में दूसरे देशों को बेचे 21 हजार करोड़ रुपयों से ज्यादा के हथियार
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के साथ 2047 तक विश्व शक्ति बनेगा भारत
नई दिल्ली: भारत के डिफेंस सेक्टर की धाक अब दुनिया में जम गई है। देश अब तेजी से हथियारों के निर्यात में आगे बढ़ रहा है। भारत अब आयात से ज्यादा निर्यात पर ही जोर दे रहा है। देश ने साल 2023-24 में दूसरे देशों को 21 हजार करोड़ रुपयों से ज्यादा के हथियार बेचे हैं।
खास बात ये है कि भारत कुछ साल पहले तक अमेरिका और फ्रांस से बड़ी मात्रा में हथियार लेता था, लेकिन अब भारत इन दोनों देशों रक्षा सामग्री निर्यात कर रहा है, जो की बड़ी बात है।
भारत से हथियार खरीदने के मामले में आर्मेनिया सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है। अजरबैजान के साथ संघर्ष के बाद से आर्मेनिया ने बड़े पैमाने पर भारत से हथियार खरीदे हैं। आर्मेनिया ने आकाश वायु रक्षा मिसाइल सिस्टम, पिनाका मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम और 155 मिमी आर्टिलरी गन जैसे तैयार हथियार प्रणालियां भारत से खरीदी हैं।
भारत की सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनियां लगभग 100 देशों को बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और फ्यूज का निर्यात कर रही हैं। इनमें ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, डोर्नियर-228 विमान,आर्टिलरी गन
रडार,आकाश मिसाइल, पिनाका रॉकेट और बख्तरबंद वाहन शामिल हैं।
भारत विमान और हेलीकॉप्टरों के हिस्से जिसमें पंख और अन्य भाग शामिल है, उसकी सोर्सिंग कर रहा है। हैदराबाद में टाटा बोइंग एयरोस्पेस उद्यम अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों के लिए बॉडी और उसके भाग बना रहा है। बदले में फ्रांस बहुत सारे सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आयात कर रहा है। अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया भारतीय रक्षा निर्यात के शीर्ष तीन खरीदार हैं।
आर्मेनिया ने अपनी ओर से पिछले चार वर्षों में मिसाइलों, आर्टिलरी गन, रॉकेट सिस्टम, हथियार-पता लगाने वाले रडार, बुलेट-प्रूफ वेस्ट और नाइट-विजन उपकरण जैसे तैयार उत्पादों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद और तोपखाने के गोले के आयात के लिए भारत के साथ कई सौदे किए हैं। इनमें से कुछ सौदे नागोर्नो-करबाख को लेकर अजरबैजान के साथ अर्मेनिया के टकराव के दौरान भी किए गए थे, जिसका तुर्की और पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंध है। अर्मेनिया स्वदेशी रूप से विकसित आकाश एयर डिफेंस मिसाइल का पहला विदेशी ग्राहक बन गया है, जिसकी अवरोधन सीमा 25 किमी है, जबकि ब्राजील ने भी इसको लेकर रुचि दिखाई है।
