राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में “पर्यावरण विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन” का शुभारंभ
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रघुनाघ शर्मा बेबाक़, नूरपुर: राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में “पर्यावरण विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन” का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर के दिशा निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन कर की गई। उसके बाद सम्मेलन में आए विशेषज्ञों / मुख्य वक्ताओं डॉ मनोज कुमार, प्रोफेसर, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी दिल्ली व डॉ. अमित कुमार चावला, प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय हिमालय जैव संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान (IHBT), पालमपुर का स्वागत किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर द्वारा स्वागत भाषण दिया गया और सम्मेलन के संयोजक डॉ राकेश कुमार द्वारा पर्यावरण सम्मेलन विषय व कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
इस सम्मेलन में देश भर से विशेषज्ञ और शिक्षाविद शामिल हुए। इस सम्मेलन में महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और जैव-प्रौद्योगिकी प्रगति पर केंद्रित ज्ञानवर्धक व्याख्यान, पोस्टर प्रस्तुतियाँ और एक सूचनात्मक प्रदर्शनी आयोजित की गई।
राजकीय आर्य डिग्री कॉलेज द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा और ज्ञान साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
सम्मेलन के प्रथम सेशन की शुरुआत मुख्य वक्ताओं के वक्तव्य द्वारा की गई जिसमें इकोलॉजिकल कैरिंग कैपेसिटी विषय पर (Ecological Carrying Capacity) भारतीय हिमालय जैव संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान (IHBT), पालमपुर के प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. अमित कुमार चावला ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी । उनके प्रस्तुतीकरण में सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों की सीमाओं को समझने और प्रबंधित करने के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया । इसके पश्चात ‘प्लांट बेस्ड एंथ्रेक्स वैक्सीन’ विषय पर (Plant-Based Anthrax Vaccine) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली के प्रोफेसर, डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने व्याख्यान दिया। उनके शोध ने टीका उत्पादन के लिए नवीन दृष्टिकोणों को उजागर किया, जो इस गंभीर बीमारी से निपटने के लिए संभावित समाधान प्रदान करते हैं।
इस सम्मेलन के दूसरे भाग में प्रदर्शनी व पोस्टर का भी आयोजन किया गया। इसमें व्याख्यानों के अतिरिक्त, सम्मेलन में छात्रों और शोधकर्ताओं द्वारा विभिन्न पर्यावरणीय विषयों पर अपने काम को प्रदर्शित करने वाली पोस्टर प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं। प्रदर्शनी एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजिकल सर्विसेज (Environment and Ecosystem Services) विषय से संबंधित रही जिसमें उपस्थित लोगों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना सूचनात्मक प्रदर्शन और इंटरैक्टिव प्रदर्शन प्रदर्शित करना रहा। इस प्रदर्शनी ने पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व के बारे में उपस्थित लोगों के ज्ञान को बढ़ाने में मदद की । इस प्रदर्शनी में अर्जुन अर्थ फाउंडेशन व रीजनल रिसर्च हॉर्टिकल्चर इंस्टीट्यूट जॉछ जसूर ( Regional Horticulture Research Station Jachhi , Jassur) द्वारा विभिन्न प्रकार के फॉरेस्ट्री, मेडिसिनल, आर्नामेंटल , बागवानी पौधों की प्रदर्शनी लगाई गई । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर द्वारा किए गए अपने शोध से संबंधित विभिन्न प्रकार के औषधिय पौधों के बारकोड संयुक्त चित्र प्रस्तुत किए गए । महाविद्यालय नूरपुर के विद्यार्थियों द्वारा भी विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे व उनके उत्पादों को प्रदर्शित किया गया।
सम्मेलन के दूसरे तकनीकी सत्र मे विभिन्न स्पीकर्स/ वक्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए । इस सम्मेलन में महाविद्यालय के लगभग 200 विद्यार्थी , समस्त शिक्षक व गैर शिक्षक वर्ग सदस्य मौजूद रहे । सम्मेलन में आए हुए विभिन्न वक्ताओं , अतिथियों, शोधकर्ताओं व विद्यार्थियों ने इसे ज्ञानवर्धक, सुनियोजित व पर्यावरण विषय से संबंधित समस्याओं, उनके उपायों व समाधानों पर प्रकाश डालने वाला बताया।