सफ़र 2-3 घंटे कम कर दे यह चाहते भी होंगे तो प्रकृति के साथ ऐसा खिलवाड़ कर के नहीं
1 min readहिमाचल में जहां जहां फॉरलेन या सड़कों को चौड़ा किया जा रहा था, पहाड़ों को खोदा जा रहा था वहां वहां परिणाम देखने को मिल गया है। जहां हम 12 घंटे का सफ़र 8 घंटों में तय करने का स्वपन देख रहे थे वहां से तो संपर्क भी टूटने की कगार पर है। हम हिमाचली अपने अपने स्थान पर मूलभूत सुविधाएं, शिक्षा की गुणवत्ता व प्राथमिक चिकित्सा की अच्छी व्यवस्था चाहते हैं। लंबी चौड़ी सड़कें जो हमारा सफ़र 2-3 घंटे कम कर दे यह चाहते भी होंगे तो प्रकृति के साथ ऐसा खिलवाड़ कर के नहीं। हम हमारी भौगोलिक स्थिति जानते हैं पर माननी भी पड़ेंगी और समझनी भी। यह समझना बेहद आवश्यक है कि पहाड़ों व समतल में अंतर हैं। आप पहाड़ों में भी समतल जैसी विकास नीति अपनाएंगे तो पहाड़ यह झेल नहीं पाएंगे।