सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भुगतान नहीं हुआ तो संघर्ष करने पर मजबूर होना पड़ेगा: कृपाल पठानियां
रघुनाथ शर्मा बेबाक़,जसूर: हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच नूरपुर जोन की प्रदेशउपाध्यक्ष कृपाल पठानिया की अध्यक्षता में जसूर में बैठक हुई। इस बैठक में कल्याण मंच के लगभग 40 सदस्यों ने भाग लिया। इस बैठक में 12 तारीख तक पैंशन ना मिलने को लेकर, 2016 के वेतनमानों के एरियर का भुगतान ना होने ,व 65,70,75 वर्ष आयु पूरा कर चुके पैन्शनरो को वेतन वृद्धि का लाभ न्यायालय के निर्णय के बावजूद भी अधिकांश कर्मचारियों भुगतान न करने को लेकर पिछले दस महीनों से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पैंशन न लगने को लेकर तथा ओर कई समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। इन सब समस्याओं को लेकर सरकार व निगम प्रबन्धन के प्रति रोष प्रकट किया। इस बैठक में सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के सदस्यों ने इस समास्याओं को लेकर अपने अपने विचार भी सबके सामने रखे। बैठक में कल्याण मंच कर्मचारियों ने रोष प्रकट करते हुए सरकार को इस बात की लेकर भी चेताया कि अगर सरकार हमारे साथ इसी तरह अगर सौतेले व्यवहार ही रखेगी तो हमें इस पड़ाव में भी अगर कोई भी संघर्ष करना पड़ा तो हम पीछे नहीं हटेंगे। चाहे उसके बाद कुछ भी परिणाम निकले हम हार नहीं मानेंगे। उन्होंने बैठक में सरकार से इस बात की गुहार लगाई है कि सरकार हिमाचल पथ परिवहन को राज्य परिवहन बना दे और बजट में इसका प्रावधान कर दे। इससे हम बुजुर्ग पैन्शनरो की सभी समस्याओं का हल हो जाएगा।
प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाल पठानिया ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि आज फरवरी की 12 तारीख बीत जाने पर भी हमें जनवरी माह की पैंशन का भुगतान नहीं हुआ है। इसके इलावा 2016 के वेतनमान एरिया का आज तक एक पैसा भी सेवानिवृत्त व मौजूद कर्मचारियों को सरकार निगम प्रबंधन नहीं दे पाया हैं। इसके साथ 65,70,75 वर्ष आयु पूरा कर चुके पैन्शनरो के देय 5 प्रतिशत,10 प्रतिशत,15 प्रतिशत न्यायालय के निर्णय के बाद भी अधिकांश सेवानिवृत्त कर्मचारियों को नहीं दे पाए हैं। इसके साथ ही पिछले वर्ष सेवानिवृत्त कर्मचारियों की अभी तक पैंशन नहीं लग पाई है। उन्होंने कहा कि हम सब पैंशनर कर्मचारी इस बुजुर्ग अवस्था में परेशान हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि पथ परिवहन को निगम से बदल कर राज्य परिवहन बनाया जाए और बजट पास करके कर्मचारियों के भुगतान का प्रावधान किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार निगम पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों की 350 करोड़ रुपए की देनदारियां बकाया है। इसके साथ ही कहा कि हम सरकार से गुजारिश करते हैं कि हमारे बकाया भुगतान तथा समय पर पैंशन के भुगतान का प्रावधान किया जाए। अगर हमारा भुगतान नहीं हुआ तो हमें संघर्ष करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
