April 29, 2025

कैसे वॉटर वर्कआउट्स बुज़ुर्गों के लिए बन सकते हैं फिटनेस का नया फॉर्मूला, जानिए दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र से

1 min read
कैसे वॉटर वर्कआउट्स बुज़ुर्गों के लिए बन सकते हैं फिटनेस का नया फॉर्मूला, जानिए दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र से

कैसे वॉटर वर्कआउट्स बुज़ुर्गों के लिए बन सकते हैं फिटनेस का नया फॉर्मूला, जानिए दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र से

89 वर्षीय दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने हाल ही में एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे पूल में सहजता से वर्कआउट करते नज़र आए, तो वह सिर्फ एक दिल को छू लेने वाला दृश्य नहीं था, बल्कि एक सशक्त संदेश था — उम्र चाहे जो भी हो, फिटनेस का सफर कभी नहीं रुकता।
बढ़ती उम्र के साथ जब शरीर की गतिविधियां सीमित होने लगती हैं, तब वॉटर वर्कआउट यानी जल-व्यायाम बुज़ुर्गों के लिए वरदान साबित हो सकता है। धर्मेंद्र की तरह, यदि सही गाइडेंस और समर्थन मिले, तो उम्र महज़ एक नंबर बन जाती है।

पानी में कसरत क्यों खास है?

यह भी पढ़ें रोजाना वॉक के बाद भी नहीं घट रही शरीर की जिद्दी चर्बी
वॉटर वर्कआउट का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह लो-इम्पैक्ट होता है। ज़मीन पर जहां जोड़ और हड्डियों पर शरीर का पूरा भार पड़ता है, वहीं पानी में बॉडी बजन का असर काफी कम हो जाता है। अयोध्या के अनुभवी स्विमिंग ट्रेनर सनुज श्रीवास्तव के अनुसार, “पानी में शरीर ज़मीन की तुलना में हल्का महसूस करता है — लगभग आधा वजन। इसका मतलब है जोड़ो पर कम दबाव और ज़्यादा सहूलियत।”

इसके अलावा, पानी में चलना, तैरना या हल्का व्यायाम करना, हर मूवमेंट को एक रजिस्टेंस एक्सरसाइज़ में बदल देता है। यहां तक कि पूल में खड़े रहने से भी शरीर काम करता है। यही वजह है कि यह अभ्यास न सिर्फ आरामदेह होता है, बल्कि ताकत और सहनशक्ति को भी बढ़ाता है।

बुज़ुर्गों के लिए फायदे

जोड़ों के लिए सुरक्षित: अर्थराइटिस या जोड़ों के दर्द से जूझ रहे बुज़ुर्गों के लिए यह सुरक्षित और उपयोगी विकल्प है।

गिरने का खतरा नहीं: पानी में संतुलन बनाना ज़रूरी होता है, जिससे मांसपेशियां और कोर स्ट्रॉन्ग होते हैं, लेकिन गिरने का डर नहीं रहता।

दिल के लिए अच्छा: वॉटर एरोबिक्स और स्वीमिंग हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाते हैं — यानी कार्डियो भी कवर!

शुरुआत के लिए बेहतरीन वॉटर एक्सरसाइज़

वॉटर वॉकिंग या जॉगिंग: सरल पर प्रभावशाली।

अक्वा एरोबिक्स: मस्ती भरे समूह क्लास, जिसमें फ्लोटिंग डम्बल्स के साथ ताकत बढ़ती है।

धीमी स्वीमिंग लैप्स: खासतौर पर ब्रेस्टस्ट्रोक, जो सीखने में आसान और शरीर के लिए फायदेमंद होता है।

अक्वा योग और स्ट्रेचिंग: लचीलापन और संतुलन बढ़ाने के लिए बढ़िया विकल्प।

कुछ ज़रूरी सावधानियां

  1. डॉक्टर की मंजूरी जरूर लें – हार्ट की समस्या या कोई पुरानी बीमारी हो तो विशेष ध्यान दें।
  2. ब्लड प्रेशर पर नज़र रखें – पानी में एक्सरसाइज़ के दौरान ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो सकता है।
  3. हमेशा अकेले वर्कआउट न करें – प्रशिक्षित ट्रेनर या लाइफगार्ड का साथ ज़रूरी है।
  4. पानी का तापमान उचित हो – बहुत ठंडा पानी मांसपेशियों में ऐंठन या दिल पर असर डाल सकता है।
  5. हाइड्रेशन न भूलें – पानी में रहने का मतलब यह नहीं कि पसीना नहीं आता, शरीर को हाइड्रेटेड रखना ज़रूरी है।

जल व्यायाम बुज़ुर्गों के लिए एक शानदार, सुरक्षित और मज़ेदार तरीका है सेहतमंद रहने का। यदि आपके घर में बुज़ुर्ग हैं, तो उन्हें धर्मेंद्र जी की तरह प्रेरित करें — उम्र चाहे जो भी हो, फिट रहना और जीवन का आनंद लेना कभी नहीं रुकता।