May 9, 2025

किसान कल नरवाना में आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे

सिरसा : हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक सोमवार को कंबोज धर्मशाला सिरसा में कामरेड स्वर्ण सिंह विर्क, सुखविंदर सिंह और रघुबीर सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में संपन्न हुई। मीटिंग में खेती को बचाने के लिए नहरी पानी छोडऩे व चंडीगढ़ मीटिंग में स्वीकृत मुआवजे के मुद्दों को जल्द हल करने समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा ने केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय बजट में कृषि आवंटन में की गई कटौती का विरोध किया। आगमी आंदोलन की रणनीति के लिए एक अगस्त को एसकेएम हरियाणा की नरवाना में प्रस्तावित बैठक में होना तय किया।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने मीटिंग के बाद जानकारी देते हुए बताया कि आज प्रदेश में बारिश न होने के चलते सूखे के हालात बने हुए हैं। फसलें सूखने से खत्म हो रही है। किसान का लागत खर्च बढ़ रहा है, किसान मोर्चा ने बैठक में सरकार से फसलों को बचाने के लिए नहरों, ड्रेनों में पानी छोडऩे, बर्बाद हो रही फसलों की गिरदावरी करवाने और मुआवजे देने की मांग की गई है।

मोर्चा के नेताओं ने बैठक में 21 जुलाई को प्रिंसिपल सेक्रेटरी के साथ मुआवजे आदि मुद्दों को लेकर हुई बैठक सभी मांगों को जल्द हल करने की बात की गई। पॉलिसी से संबंधित मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा 1 अगस्त को नरवाना में मीटिंग कर अगले आंदोलन को रणनीति बनाएगा। एसकेएम हरियाणा ने केंद्रीय बजट में कृषि बजट में की गई कटोतियों की कड़ी निंदा की गई। कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए आवंटन 2019 से लगातार 5.44 प्रतिशत से घटकर वर्तमान में साल 2024 में 3.15 प्रतिशत हो गया है।

अंतरिम बजट में फसलों की सी2+50 प्रतिशत की दर से खरीद सुनिश्चित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। मनरेगा, पीएम किसान, पीएमएफबीवाई के लिए आवंटन में कोई वृद्धि नहीं की गई है। वित्त मंत्री ने कृषि को पहली प्राथमिकता देने का दावा करते हुए वास्तव में कॉरपोरेट्स को पहली प्राथमिकता दी है, जबकि किसानों, श्रमिकों और गरीबों के कल्याण को कोई प्राथमिकता नहीं दी है, जिसके खिलाफ भी संयुक्त मोर्चा लड़ाई लड़ेगा। इस मौके पर सुखदेव जम्मू, सुरेश कौथ, रणवीर मलिक, सुमित दलाल, कवरजीत सिंह, जोगेंद्र नैन, सुखविंदर, रोहतास सिंह, बाबा गुरदीप, कुलदीप सिंह, करनैल सिंह राजीव उपस्थित थे।