December 23, 2025

नेत्रदान है महादान; नेत्रहीन व्यक्ति के लिए आँखों का तोहफ़ा हो सकता है नेत्रदानः डा. बलबीर सिंह

चंडीगढ़,

पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने 38वें नेत्रदान पखवाड़ा के मौके पर लोगों को आँखें दान करने के लिए आगे आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि नेत्रदान एक नेक कार्य है क्योंकि यह किसी नेत्रहीन व्यक्ति को आँखों का तोहफ़ा हो सकता है। ज़िक्रयोग्य है कि नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक मनाया जायेगा। 

डा. बलबीर सिंह, जोकि स्वयं आँखों के सर्जन हैं, ने बताया कि कॉर्निया ख़राब हो जाने से अंधापन हो जाता है, जिसको कॉर्नियल ब्लाईंडनैस कहा जाता है। आइरिस के सामने एक पारदर्शी परत को कॉर्निया कहा जाता है। 

“यह कॉर्निया है, जो दानी की आँखों से लिया जाता है और कॉर्नियल ब्लाईंडनैस वाले व्यक्ति का ट्रांसपलांट किया जाता है, जिससे व्यक्ति को दुनिया को देखने के योग्य हो जाता है।“ उन्होंने आगे कहा कि इस सर्ज़री की प्रक्रिया को केराटोप्लास्टी कहा जाता है। 

नेत्रदान की महत्ता के बारे ज़िक्र करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी आँखें सबसे महत्वपूर्ण संवेदी अंग हैं, क्योंकि लगभग 80 प्रतिशत तक एहसास और प्रभाव हमारी दृष्टि द्वारा दर्ज किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि आँखों के बिना एक आम जीवन जीना बहुत चुनौतीपूर्ण है। 

उन्होंने कहा कि भारत में लगभग 11 लाख लोग कॉर्नियल ब्लाईंडनैस से पीड़ित हैं और हर साल 30,000 नये केस शामिल हो रहे हैं, जबकि भारत में हर साल केवल 25000 कॉर्नियल ट्रांसप्लांट किये जाते हैं।“ हम नेत्रदान और कॉर्नियल नेत्रहीन व्यक्तियों की संख्या में बहुत बड़ा विभाजन देख सकते हैं। इसलिए हम सभी को आँखें दान करने का वायदा करके इस अंतर को भरने के लिए आगे आने की ज़रूरत है जिससे न सिर्फ़ अपने राज्य बल्कि देश को कॉर्नियल ब्लाईंडनैस मुक्त बनाया जा सके। 

ज़िक्रयोग्य है कि पंजाब में कुल 11 रजिस्टर्ड आँखों के बैंक और 27 कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन केंद्र हैं। पंजाब में 2022-23 में कुल 946 केराटोपलास्टीज़ की गई हैं, जबकि 2023-24 में जुलाई तक 282 ऐसी सर्जरियां सफलतापूर्वक की गई हैं। 

डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएें डाः आदर्शपाल कौर ने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान राज्य भर में अलग- अलग आई. ई. सी गतिविधियां करवाई जाएंगी और इस सम्बन्धी सभी सिवल सर्जनों को पहले ही विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये जा चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस व्यापक जागरूकता मुहिम के दौरान नेत्रदान से जुड़ी कई गलत धारणाओं और भ्रमों का पर्दाफाश हो जायेगा। 

नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल आफ ब्लायंडनैस्स एंड विजुअल इम्पेअरमैंट (एन. पी. सी. बी. वी. आई.) के स्टेट प्रोग्राम अफ़सर डा. नीति सिंगला ने बताया कि आँखें दान करने के लिए रजिस्ट्रेशन फार्म सभी ज़िला अस्पतालों, सब-डिविज़न अस्पतालों और कम्युनिटी हैल्थ सैंटरों पर उपलब्ध हैं। रजिस्ट्रेशन वैबसाईट www.nhm.punjab.gov.in/5ye_4onation/form1.php पर आनलाइन भी की जा सकती है और रजिस्ट्रेशन के सबूत के तौर पर भरे फार्म का प्रिंट भी लिया जा सकता है। 

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