अमेरिका, रूस समेत कई देशों के राजदूत पहुंचे विदेश मंत्रालय
अमित शाह ने राष्ट्रपति से की मुलाकात
नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डिप्लोमैटिक स्ट्राइक करते हुए भारत ने इस मुद्दे पर अमेरिका, रूस समेत कई राजदूतों को बुलाया है और उन्हें पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किए गए आतंकी हमले के बारे में विस्तार से बताया है। मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक समेत 26 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई पर्यटक घायल हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर के मुखौटा आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है।
जर्मनी, जापान, पोलैंड, ब्रिटेन और रूस समेत कई देशों के राजदूत साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय पहुंचे। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने पहलगाम हमले के बारे में कई देशों के राजदूतों को जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने जी-20 देशों के राजदूतों को पहलगाम हमले के बारे में बताया है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की राजदूतों को ब्रीफ करने की यह बैठक तकरीबन आधे घंटे तक चली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात करने के लिए पहुंचे।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई थी, जिसमें इस कायरतापूर्ण हमले के प्रति भारत के जवाबी कदमों को अंतिम रूप दिया गया तथा सुरक्षा बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया गया। भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए उसके साथ राजनयिक संबंधों में व्यापक कटौती, छह दशक से ज्यादा पुरानी सिंधु जल संधि स्थगित करने और अटारी चौकी को बंद किए जाने समेत कई फैसले किए थे।
