December 21, 2025

हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचाव के आसान उपाय

हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचाव के आसान उपाय देश के अलग-अलग हिस्सों में वर्तमान में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। यदि समय रहते ये समस्याएं संभाली न जाएं तो जानलेवा भी हो सकती हैं। बताया जाता है कि हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और पसीना आना बंद हो जाता है, जिससे शरीर खुद को ठंडा नहीं रख पाता। हीट स्ट्रोक के लक्षणों में तेज सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, कमजोरी और बेहोशी आदि की समस्या हो सकती है। वहीं, डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) भी गर्मी में आम समस्या है, जिससे थकान, कमजोरी और चक्कर आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। गर्मी के मौसम में इनसे बचाव के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। प्रतिदिन कम से कम तीन से चार लीटर पानी जरूर पिएं। इसके अलावा नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ और ताजे फलों जैसे- जामुन, तरबूज, खीरा, पपीता आदि का सेवन करें। इनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है। इनका सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करता है। यदि जरूरी न हो तो दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें। इसके साथ ही हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें। वहीं, घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें और ज्यादा शारीरिक मेहनत करने से बचें। बाहर से लौटकर तुरंत ठंडा पानी पीने से बचें, पहले शरीर को सामान्य तापमान पर आने दें, इसके बाद ही पानी पिएं। इसके अलावा खाली पेट घर से बाहर न निकलें और तला-भुना, मसालेदार खाने से बचें। बाहर का तला-भुना और ज्यादा मसालेदार खाने से शरीर की गर्मी बढ़ सकती है। इसलिए घर का हल्का, सुपाच्य और ठंडी तासीर वाला भोजन करें। साथ ही, मीठे और मादक पेय पदार्थों से बचें, क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं। यदि हीट स्ट्रोक के लक्षण महसूस हों तो तुरंत छायादार जगह पर जाकर ठंडे पानी से शरीर को ठंडा करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है ताकि शरीर तरोताजा रहे और गर्मी से लड़ने की क्षमता बनी रहे। इन आसान उपायों को अपनाकर आप गर्मी के मौसम में खुद को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं।

हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचाव के आसान उपाय देश के अलग-अलग हिस्सों में वर्तमान में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। यदि समय रहते ये समस्याएं संभाली न जाएं तो जानलेवा भी हो सकती हैं। बताया जाता है कि हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और पसीना आना बंद हो जाता है, जिससे शरीर खुद को ठंडा नहीं रख पाता। हीट स्ट्रोक के लक्षणों में तेज सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, कमजोरी और बेहोशी आदि की समस्या हो सकती है। वहीं, डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) भी गर्मी में आम समस्या है, जिससे थकान, कमजोरी और चक्कर आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। गर्मी के मौसम में इनसे बचाव के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। प्रतिदिन कम से कम तीन से चार लीटर पानी जरूर पिएं। इसके अलावा नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ और ताजे फलों जैसे- जामुन, तरबूज, खीरा, पपीता आदि का सेवन करें। इनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है। इनका सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करता है। यदि जरूरी न हो तो दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें। इसके साथ ही हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें। वहीं, घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें और ज्यादा शारीरिक मेहनत करने से बचें। बाहर से लौटकर तुरंत ठंडा पानी पीने से बचें, पहले शरीर को सामान्य तापमान पर आने दें, इसके बाद ही पानी पिएं। इसके अलावा खाली पेट घर से बाहर न निकलें और तला-भुना, मसालेदार खाने से बचें। बाहर का तला-भुना और ज्यादा मसालेदार खाने से शरीर की गर्मी बढ़ सकती है। इसलिए घर का हल्का, सुपाच्य और ठंडी तासीर वाला भोजन करें। साथ ही, मीठे और मादक पेय पदार्थों से बचें, क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं। यदि हीट स्ट्रोक के लक्षण महसूस हों तो तुरंत छायादार जगह पर जाकर ठंडे पानी से शरीर को ठंडा करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है ताकि शरीर तरोताजा रहे और गर्मी से लड़ने की क्षमता बनी रहे। इन आसान उपायों को अपनाकर आप गर्मी के मौसम में खुद को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं।

देश के अलग-अलग हिस्सों में वर्तमान में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। यदि समय रहते ये समस्याएं संभाली न जाएं तो जानलेवा भी हो सकती हैं। बताया जाता है कि हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और पसीना आना बंद हो जाता है, जिससे शरीर खुद को ठंडा नहीं रख पाता।
हीट स्ट्रोक के लक्षणों में तेज सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, कमजोरी और बेहोशी आदि की समस्या हो सकती है। वहीं, डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) भी गर्मी में आम समस्या है, जिससे थकान, कमजोरी और चक्कर आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

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गर्मी के मौसम में इनसे बचाव के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। प्रतिदिन कम से कम तीन से चार लीटर पानी जरूर पिएं। इसके अलावा नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ और ताजे फलों जैसे- जामुन, तरबूज, खीरा, पपीता आदि का सेवन करें। इनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है। इनका सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करता है। यदि जरूरी न हो तो दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें। इसके साथ ही हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें। वहीं, घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें और ज्यादा शारीरिक मेहनत करने से बचें। बाहर से लौटकर तुरंत ठंडा पानी पीने से बचें, पहले शरीर को सामान्य तापमान पर आने दें, इसके बाद ही पानी पिएं।

इसके अलावा खाली पेट घर से बाहर न निकलें और तला-भुना, मसालेदार खाने से बचें। बाहर का तला-भुना और ज्यादा मसालेदार खाने से शरीर की गर्मी बढ़ सकती है। इसलिए घर का हल्का, सुपाच्य और ठंडी तासीर वाला भोजन करें। साथ ही, मीठे और मादक पेय पदार्थों से बचें, क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं।

यदि हीट स्ट्रोक के लक्षण महसूस हों तो तुरंत छायादार जगह पर जाकर ठंडे पानी से शरीर को ठंडा करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है ताकि शरीर तरोताजा रहे और गर्मी से लड़ने की क्षमता बनी रहे। इन आसान उपायों को अपनाकर आप गर्मी के मौसम में खुद को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं।

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