March 13, 2025

जलवायु परिवर्तन के चलते वैज्ञानिक तकनीक के माध्यम से कार्य करना होगा डॉ. किशोर खोसला

1 min read

अजय सूर्या, कुल्लू: आज दिनांक 11 फरबरी को नगवाई में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में अध्ययनरत एमबीए (ग्रामीण विकास) के तृतीय समेस्टर के छात्रों की दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 2 फरबरी से 11 फरबरी तक तकनीकी विकास समिति मण्डी के सहयोग से नगवाईं में सम्पन्न हुआ जिसमे 24 छात्र -छात्राओं ने भाग लिया। समापन समारोह के मौके पर मुख्य अतिथि, तकनीकी विकास समिति मण्डी के उपाध्यक्ष एवं वैज्ञानिक डॉ किशोर खोसला ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के चलते आज हमें कृषि एवं बागबानी में विज्ञान व तकनीक के माध्यम से कार्य करना होगा तभी किसानों की जिंदगी को बेहतर बनाया जा सकेगा।
तकनीकी विकास समिति के सचिव जोगिंदर वालिया ने बताया कि दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को क्षेत्रीय फल उत्पादन एवं अनुशंधान केंद्र से डॉ भूपेन्दर ठाकुर , कृषि अनुशंधान केंद्र से डॉ दव्लेश , बजौरा, अप्पर वैली फॉर्मर प्रड्यूसर कम्पनी कुल्लू से उमेश, सरोआ हैंडलूम प्रोडूसर कंपनी से दुशांत, मंडी भूटीको हस्तशिल्प संगठन से रमेश ठाकुर, भुंतर सोसायटी फ़ॉर फार्मर से कर्म चन्द, नंगवाई शी-हाट महिला संगठन से देव कुल्लू के साथ-साथ ग्रामीण उत्पाद व हस्तकला में सक्रिय मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति के स्वयं सहायता समूहों का भ्रमण करके उनकी गतिविधियों से अवगत करवाया गया। साथ ही जिला प्रबंधक नाबार्ड कुल्लू से अनीता व मंडी से राकेश वर्मा ने विशेष रूप से ग्रामीण परिवेश में चल रही ग्रामीण विकास योजनाओं की जानकारी दी गई ।
समापन सत्र में स्रोत व्यक्ति डॉ सतीश गुलेरिया पूर्व बीज वैज्ञानिक ने ग्रामीण विकास में उन्नत बीज की भूमिका के महत्वपूर्ण योगदान पर चर्चा की और डीपी गुप्ता पूर्व अध्यक्ष ने वैज्ञानिक स्वभाव व सामुदायिक भागीदारी को अपने जीवन में अपनाने पर बल दिया I
प्रतिभागियों की ओर से आंचल राजपूत व कमल किशोर ने अपने अनुभव साँझा करते हुए कहा कि इंटर्नशिप के समय सभी छात्रों को प्रशिक्षण कार्यक्रम काफी लाभदायक रहा और इसके ज़रिए कक्षा में सीखे गए ज्ञान और कौशल को वास्तविक दुनिया में व्यवहारिक रूप से कैसे लागू किया जाये और अपने जीवन में आत्मसात किया जा सके । अंत में सभी इंटर्नशिप छात्रों को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाणपत्र वितरित किये गए।