March 14, 2025

सरकारी विद्यालयों में अधोसंरचना के विकास सरकार की प्राथमिकता – मलेंद्र

प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा कार्यशाला के समापन में बोले विधायक

इंदौरा, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा ( ई.सी.सी.ई. ) एवं नवभारत साक्षरता कार्यक्रम ( उल्लास ) तथा समावेशी शिक्षा ( सी.डब्ल्यू.एस.एन. ) के अभिभावक माताओं के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का वीरवार को समापन हो गया। समापन समारोह में क्षेत्र के विधायक मलेंद्र राजन बतौर मुख्यातिथि सम्मिलित हुए। खण्ड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी एवं कार्यशाला अध्यक्षा किरण बाला, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, पूर्व अध्यक्ष अनिल भारद्वाज व अन्य शिक्षक वर्ग ने मुख्यातिथि एवं उनके साथ आए पूर्व जिला अध्यक्ष कांग्रेस कर्ण सिंह पठानिया, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दविंद्र मनकोटिया, पौंग बांध विस्थापन पुनर्वास बोर्ड सलाहकार समिति निदेशक कुलदीप कीपा, डॉ. विशाल ठाकुर, प्रधान जीवन सिंह, पूर्व प्रधान लाला गुलशन लाल, इंटक ब्लॉक अध्यक्ष रामेश्वर, युकां ब्लॉक उपाध्यक्ष नीरज कुमार आदि का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
दो दिन चली इस कार्यशाला में 300 से अधिक प्री प्राइमरी अभिभावक माताओं को बच्चों के शारीरिक, बौद्धिक विकास हेतु विभिन्न गतिविधियों, स्वास्थ्य शिक्षा व राष्ट्रीय शिक्षा निति सहित बाल्यावस्था देखभाल तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास में माताओं की भूमिका व उनकी शिक्षा आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान माताओं द्वारा बनाए गए सकल घरेलू खाद्य व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका मुख्यातिथि व उनके साथ आए गणमान्यों ने अवलोकन किया व उन व्यंजनों का स्वाद भी चखा। इस दौरान प्री प्राइमरी की नन्हीं छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से खूब तालियां बटोरीं
इस दौरान समावेशी शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को व्हील चेअर प्रदान की गईं।
इस अवसर पर बी.ई.ई.ओ. किरण बाला ने जहाँ राजकीय महाविद्यालय इंदौरा की प्रिंसिपल डॉ. सुमीक्षा गुप्ता के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने उक्त कार्यशाला के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माताएं केवल अपने बच्चों की पहली शिक्षक ही नहीं, अपितु राष्ट्र के सुदृढ़िकरण के लिए महत्त्वपूर्ण नींव हैं। ऐसे में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को प्रत्येक क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करने में ऐसी कार्यशालाओं की भूमिका महत्त्वपूर्ण है।

इस अवसर पर अपने संबोधन में विधायक मलेंद्र राजन ने कहा कि जब से ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु मुख्यमंत्री व रोहित ठाकुर शिक्षा मंत्री बने हैं, सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को उच्च मानकों तक कैसे ले जाया जा सकता है और शिक्षा के क्षेत्र में कैसे सुधार किए जा सकते हैं, इसके लिए कुछ कड़े फैसले लिए जा रहे हैं, जिन्हें शिक्षकों व जनता ने सहर्ष स्वीकार किया और इसके दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने सुखाश्रय व सुख शिक्षा योजना सहित सरकार की अन्य छात्रवृत्ति योजनाओं का भी जिक्र करते हुए, इन छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ लेने के लिए अध्यापकों को जागरुक करने का अपील की। उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों में बहु शिक्षित व बहु प्रशिक्षित स्टाफ है और जो अधोसंरचना की कमी है, उसे दूर करने और उसका विकास सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से कार्यक्रम हेतु 21 हजार रुपये देने की घोषणा की।